देश की आजादी के लिए हमारे कामरेड ने गंवाई है अपनी जान: डी राजा
देश की आजादी में हमारे कामरेड ने अपनी जान गंवाई है और देश को आजादी दिलाने में भाकपा की सराहनीय भूमिका रही है.
लखीसराय. देश की आजादी में हमारे कामरेड ने अपनी जान गंवाई है और देश को आजादी दिलाने में भाकपा की सराहनीय भूमिका रही है. वर्ष 1925 में ही भाकपा का गठन यूपी के कानपुर शहर में किया गया था. भाकपा व आरएसएस का एक साथ गठन हुआ लेकिन आरएसएस ने देश की आजादी में कोई भूमिका नहीं निभायी. यहां तक कि आरएसएस ने नेशनल फ्लैग को मानने से इंकार कर दिया था, आज आरएसएस व भाजपा खुद देश भक्त कह रही है और हमारी पार्टी को देशद्रोही बना रही है. यह बात भाकपा के राष्टीय महासचिव डी राजा ने भाकपा के 85वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान कही. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इंडिपेंडेंस सोशल सर्कुलर है, उनकी पार्टी ऊंच-नीच, जाति जमात की पार्टी नहीं है. बिहार के अविभाजित मुंगेर जिले में उनकी पार्टी की स्थापना सुनील मुखर्जी द्वारा किया गया था, भाकपा के कार्यानंद पंडित, योगेंद्र शर्मा, नक्षत्र पालकर, योगेंद्र झा का आंदोलन में अहम भूमिका रही है. इन नेताओं ने बिहार के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी, जिसे बिहार के लोग कभी नहीं भूल पायेंगे. केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के अध्यक्ष सह पूर्व सांसद रामेंद्र कुमार ने कहा भाजपा अपनी नैतिकता खो चुकी है, भाजपा के चरित्र के साथ-साथ देश के रुपये भी गिर रहे हैं. माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने भी केंद्र एवं राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही स्वार्थ की राजनीति करी है. इस सरकार से न तो आम जनता और न ही देश के कर्मचारी खुश हैं. राष्ट्रीय सचिव नागेंद्र ओझा ने कहा कि देश की रीढ़ किसान, मजदूर अपेक्षित हैं, सरकार उद्योगपति एवं बड़े-बड़े व्यवसायियों के पक्ष में कार्य कर रही है. भाजपा वन नेशन वन इलेक्शन वन पार्टी एवं वन लीडर के लिए एक साजिश देश के अंदर रच रही है. पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने देश के इलेक्शन कमिशन एवं सीबीआइ आर्थिक अपराध इकाई पर निष्पक्ष कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है.
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