प्रतिनिधि, बड़हिया
सरकार के जिम्मेदारी कर्मी ही जब सरकार के शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाएं, तो आम लोगों की बात ही क्या करें. ताजा मामला बड़हिया प्रखंड का है. जहां प्रखंड के गंगासराय व गिरधरपुर पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक मुकेश कुमार को बड़हिया पुलिस ने बुधवार को प्रखंड कार्यालय परिसर से शराब के नशे में हंगामा करते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में लखीसराय भेजा गया है. इस सबंध में बड़हिया थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने बताया कि बड़हिया प्रखंड कार्यालय परिसर में पीआरएस को मुकेश कुमार को शराब के नशे में हंगामा करने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. पीआरएस मुकेश कुमारकी बड़हिया रेफरल अस्पताल में मेडिकल जांच करायी गयी, तो उसके शराब पीने की पुष्टि हुई. वहीं पीआरएस मुकेश कुमार ने बताया कि वे छुट्टी पर थे. कुछ कार्य को लेकर वे कार्यालय पहुंचे तो बिल के भुगतान को लेकर उनके साथ विवाद करते हुए साजिश के तहत उन्हें शराब पिलाकर पुलिस को सौंप दिया गया है.पत्नी ने शराबी पति को कराया गिरफ्तार: रामगढ़ चौक.
प्रखंड अंतर्गत तेतरहाट थाना क्षेत्र के तेतरहाट गांव में एक शराबी पति शराब पीकर घर में ही हंगामा कर रहा था. इसकी सूचना उसकी पत्नी ने तेतरहाट थाने को दी. मामले का संज्ञान लेते हुए तेतरहाट थाने के एसआइ अशोक कुमार ने मौके पर पहुंच शराबी पति को गिरफ्तार कर लिया. उपरोक्त आशय की जानकारी तेतरहाट थानाध्यक्ष राजाराम शर्मा ने दी. बताया कि तेतरहाट गांव निवासी स्व गणेश साव का पुत्र रामबालक साव शराब के नशे में धुत होकर अपने घर में ही हंगामा कर रहा था. इसकी जानकारी उसकी पत्नी ने दी. इसके बाद उसके घर से शराबी को गिरफ्तार किया गया व मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि होने पर शराबबंदी कानून के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है