परिवार नियोजन के स्थायी, अस्थायी दोनों साधन सुरक्षित व कारगर
परिवार नियोजन योजना में शामिल दोनों साधन (स्थायी और अस्थायी) पूरी तरह सुरक्षित, कारगर व प्रभावी है.
लखीसराय. परिवार नियोजन योजना में शामिल दोनों साधन (स्थायी और अस्थायी) पूरी तरह सुरक्षित, कारगर व प्रभावी है. इसलिए सुविधानुसार दोनों में से कोई भी साधन को बेहिचक अपना सकते हैं. खासकर ऐसी महिलाएं, जो परिवार नियोजन के स्थायी साधन को अपनाने के लिए तैयार और इच्छुक हैं, किंतु उसका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं है, वह बेहिचक अस्थायी साधन अपना सकती हैं. अस्थायी साधन भी स्थायी साधन की तरह ना केवल कारगर है बल्कि, काफी सुरक्षित और प्रभावी भी है. इसलिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए इच्छुक और योग्य महिलाएं दोनों में से कोई भी साधन को अपना सकती हैं.
उप स्वास्थ्य केंद्र समेत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है अस्थायी साधन की व्यवस्था
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया कि जिले में अभी परिवार नियोजन को लेकर सघन दंपती संपर्क पखवारा चल रह है, जो दो से 14 सितंबर तक चलेगा. उसके उपरांत 17 से 30 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवारा का आयोजन किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य उप केंद्र से लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अस्थायी साधन की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है. सभी एचडब्ल्यूसी पर अंतरा इंजेक्शन उपलब्ध है, जबकि पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल में दोनों (स्थायी और अस्थायी) साधन उपलब्ध हैं. इसलिए जो भी योग्य और सक्षम इच्छुक लाभार्थी अस्थायी साधन को अपनाना चाहते हैं, वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान (आरोग्य दिवस, एचडब्ल्यूसी/एचएससी, एपीएचसी, पीएचसी/डीएच) जाकर उपलब्ध सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. वहीं उन्होंने बताया कि इसको लेकर संबंधित क्षेत्र की एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा योग्य और इच्छुक लाभार्थियों को जागरूक भी किया जा रहा है और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सुविधा की जानकारी देकर लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जाता है.
गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन साधन को अपनाना बेहद जरूरी
समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है. क्योंकि हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते हैं और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा. छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है. वहीं उन्होंने बताया कि इसको लेकर सरकार द्वारा तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक भी किया जाता है.
परिवार नियोजन का स्थायी साधन अपनाने वाली लाभार्थियों को सरकार देती है प्रोत्साहन राशि
परिवार नियोजन का स्थायी साधन अपनाने वाली लाभार्थियों को सरकार द्वारा न सिर्फ सभी प्रकार की मुफ्त सुविधा की व्यवस्था की गयी है, बल्कि प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. जिसमें प्रसव के उपरांत एक सप्ताह के अंदर स्थायी साधन को अपनाने पर तीन हजार एवं इसके बाद अपनाने पर दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. जबकि पुरुष नसबंदी कराने पर तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है एवं पीपीआईयूसीडी/पीएआईयूसीडी लगाने पर लाभार्थी को 300 और अंतरा लेने पर 100 रुपये प्रोत्साहन राशि का प्रावधान है.
क्या है स्थायी और अस्थायी साधन के उपाय
परिवार नियोजन के दो साधन हैं. पहला स्थायी और दूसरा अस्थायी. स्थायी साधन में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा पीएचसी स्तर से लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है, जबकि अस्थायी साधन के रूप में छाया, माला-एन, अंतरा, कॉपर-टी व कंडोम की सुविधा उपलब्ध है. इस सुविधा की स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर पर भी पर व्यवस्था की गयी है. जहां योग्य और इच्छुक लाभार्थी जाकर सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. सभी इच्छुक लाभार्थी परिवार नियोजन संबंधी जानकारी के लिए सभी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते है एवं 17 सितंबर को स्वास्थ्य मेला सभी पीएचसी/सीएचसी एवं जिला अस्पताल पर जाकर भागीदारी सुनिश्चित करें एवं जानकारी प्राप्त करें, प्रत्येक महीने 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन व प्रत्येक दिन परिवार नियोजन काउंसलर/स्टॉफ नर्स द्वारा सभी प्रखंड एवं जिला पर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
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