कृषि यंत्र के लिए किसानों के नाम से किया गया परमिट निर्गत
किसानों को अनुदान की राशि पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए परमिट निर्गत किया जा रहा है. किसानों द्वारा पूर्व में कृषि यंत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था.
लखीसराय. किसानों को अनुदान की राशि पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए परमिट निर्गत किया जा रहा है. किसानों द्वारा पूर्व में कृषि यंत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. ऑनलाइन आवेदन करने वाले ही किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा. इसके लिए किसानों को चयन कर ऑनलाइन के आधार पर सबसे पहले डीएम रजनीकांत के समक्ष कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा यंत्र से अधिक आवेदन प्राप्त होने के कारण लॉटरी सिस्टम से किसानों का नाम को चयन किया गया. जिसके बाद उनके नाम से परमिट काटा गया है. किसानों के अनुदान के राशि पर उन्हें यंत्र उपलब्ध कराकर उसका सत्यापन किया जायेगा. सत्यापन की बात ही किसानों के बैंक खाता पर अनुदान की राशि भेजी जायेगी.
559 किसानों के नाम काटा गया कृषि यंत्र के लिए परमिट
जिले में कुल 962 किसानों के द्वारा कृषि यंत्र के लिए आवेदन ऑनलाइन किया गया था. इसमें से 559 किसानों के नाम से कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए परमिट निर्गत किया गया है. परमिट निर्गत कराये जाने के बाद किसानों को यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा. कृषि विभाग में 88 प्रकार का यंत्र उपलब्ध है. ऑनलाइन आवेदन करने वाले सबसे अधिक मैन्युअल कट के लिए किसानों के द्वारा आवेदन दिया गया है. शेष किसानों का भी परमिट निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. अब तक 559 किसानों को सबसे पहले कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा.कुछ यंत्र के लिए किसानों को करना पड़ सकता है इंतजार
जिले में सबसे अधिक सिंचाई प्राप्त पाइप की किसानों के बीच डिमांड बनी हुई है, लेकिन सिंचाई पाइप के डीलर नहीं होने के कारण किसानों का ऑनलाइन आवेदन नहीं लिया गया है. इसके अलावे आलू की खेती करने के लिए भी किसानों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन नहीं हुआ है. जिले में गन्ना की खेती नहीं होने के कारण यहां पर किसानों को इस यंत्र की जरूरत नहीं है. किसानों को डीजल मशीन भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. सबमर्सिबल का मोटर अनुदान की राशि पर उपलब्ध कराया जा रहा है. कई ऐसे यंत्र हैं जिसके लिए किसानों को इंतजार करना पड़ेगा. डॉलर नियुक्ति होने के बाद किसानों को अन्य यंत्र भी उपलब्ध कराया जाना है.बोले अधिकारी
डीएओ राजीव कुमार ने बताया कि किसानों को अनुदान की राशि पर यंत्र उपलब्ध कराने के लिए उनके नाम से परमिट निर्गत किया गया है. किसानों के बीच परमिट का वितरण कर उन्हें यंत्र के लिए डीलर के पास भेजा जायेगा. कृषि समन्वयक के द्वारा यंत्र का सत्यापन होने के बाद किसानों के खाते पर अनुदान की राशि भेजी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है