शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर यदि प्लेटफॉर्म ऊंचा होता तो शायद नहीं होती घटना
विगत गुरुवार को शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर तीन सगी बहनों की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी थी. जिसके बाद गोपालपुर गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है.
गुरुवार को हॉल्ट पर तीन सगी बहनों की ट्रेन से कटकर हुई थी मौत
चानन. विगत गुरुवार को शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर तीन सगी बहनों की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी थी. जिसके बाद गोपालपुर गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है. बता दें कि तीनों सगी बहनें संतर देवी, राधा देवी व चंपा देवी अपने चचेरे बहनोई के भाई के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने गोपालपुर जाने के लिए मेमू ट्रेन से शहीद जितेंद्र हॉल्ट उतरीं थी तथा रेलवे लाइन पार कर रही थी कि अचानक हमसफर एक्सप्रेस की चपेट में आ जाने से तीनों की कटकर मौत हो गयी थी. ग्रामीणों ने बताया कि शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर प्लेटफॉर्म ऊंचा नहीं होने की वजह से इस तरह की घटना घटित हुई है. इससे पूर्व भी कई घटनाएं घट चुकी हैं, फिर भी रेल प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. ट्रेन पर चढ़ने और उतरने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर महिला व वृद्ध लोगों को काफी परेशानी होती है. दूसरी ओर प्लेटफार्म ऊंचा नहीं होने से लोग पटरी पर से ही आवागमन करते हैं, जिससे हमेशा घटना की आशंका बनी रहती है. वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि इसका टेंडर एक साल पहले हो चुका है, लेकिन दो गुटों के बीच खींचातानी में प्लेटफॉर्म का निर्माण अधार में लटका हुआ है. लोगों का कहना है कि प्लेटफॉर्म गेट से पूरब साइड बने और कुछ लोगों का कहना है की गेट के पश्चिम साइड प्लेटफॉर्म बने. इसी को लेकर निर्माण कार्य शुरू करने से पहले कुछ लोगों ने डीआरएम दानापुर को आवेदन देकर काम में अड़चन डाल दिया है. जिसकी वजह से काम शुरू नहीं किया गया. ग्रामीणों ने जल्द से जल्द इन हॉल्टों पर प्लेटफॉर्म ऊंचा करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है