फसल सर्वेक्षण को लेकर प्लॉट का होगा वितरण
जिले में फसल सर्वेक्षण को लेकर कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को प्रशिक्षित किया गया है.
लखीसराय. जिले में फसल सर्वेक्षण को लेकर कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को प्रशिक्षित किया गया है. सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि फसल के उत्पादन के साथ-साथ जिले में सबसे अधिक प्राप्त फसल एवं फसल बर्बादी के बाद फसल के मुआवजा के रूप में किसानों को दी जाने वाली अनुदान की राशि सहयोग राशि या आकस्मिक फसल के बीज को लेकर सरकार को सुविधा होगी. इसके लिए डीएओ को कोई रिपोर्ट नहीं भेजी जायेगी एवं फसल बर्बाद होने के बाद सही किसान को उनके फसल का मुआवजा मिल सकेगा. वहीं उत्पादन का भी अंदाजा सर्वेक्षण के बाद लगाया जा सकता है कि इस बार जिले में अधिक से अधिक फसल कौन-कौन होने वाला है, इसके लिए सभी कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को प्रशिक्षित किया गया है. कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को विभाग द्वारा प्लॉट निर्धारण कर उन्हें जीपीएस के साथ सर्वेक्षण के लिए स्थल पर भेजा जायेगा. सर्वेक्षक को जीपीएस देने का मतलब यह है कि जब तक सर्वेक्षण प्लॉट के 20 मीटर के समीप नही पहुंचेंगे, तब तक फसल का सर्वेक्षण संभव नहीं हो सकता है.
फसल बर्बाद होने पर मुआवजा के साथ साथ उत्पादन का मिलेगा अनुमान
फसल सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि फसल बर्बाद होने पर किसानों को सही मुआवजा मिल सके. पूर्व में वैसे किसान भी उन किसानों के साथ मिलकर फसल का मुआवजा ले लेते थे, जिनका फसल बर्बाद नहीं होता है. फसल मुआवजा में अनुदान की राशि सहयोग राशि एवं आकस्मिक फसल के बीज का निशुल्क में वितरण किया जाता है. जिसका लाभ वैसे किसान ले लेते हैं, जिन किसानों का फसल बर्बाद नहीं होता है. इसके साथ ही फसल सर्वेक्षण से यह भी स्पष्ट हो जायेगा कि किसी प्लॉट में कौन सा फसल लगा हुआ है, जिसके लिए कितना यूरिया खाद आदि की जरूरत होगी. वहीं किसी किसान द्वारा फसल के अनुसार यूरिया खाद की जरूरत से अधिक बोरियां ले जाते, जिससे कि कुछ किसान यूरिया खाद लेने में पीछे छूट जाते थे. अब फसल सर्वेक्षण के बाद विभाग के पास आंकड़ा रहने से किस किस के द्वारा कौन-कौन सा फसल कितने रखने में किया गया है या स्पष्ट हो जायेगा.बोले अधिकारी
डीएओ सुबोध कुमार सुधांशु ने बताया कि फसल सर्वेक्षण उच्चधिकारियों के आदेश से कराया जा रहा है. फसल सर्वेक्षण के लिए कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को चयनित किया गया है. सभी को प्लॉट का आवंटन किया जायेगा, इसके साथ ही सभी एक एवं किसान सलाहकार को जीपीएस दिया जायेगा. प्लॉट आवंटन के वक्त किसानों को खाता खसरा एवं रकवा भी उपलब्ध कराया जायेगा. किसान सलाहकार एवं समन्वयक प्लॉट के फसल का सर्वेक्षण कर उसका रिपोर्ट कार्यालय को सौंपेंगे, रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जायेगा
पाठशाला में किसानों को मिली जानकारी
लखीसराय. जिले के सभी सात प्रखंड में से छह प्रखंड के एक-एक पंचायत में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया. पाठशाला में किसानों को एटीएम व बीटीएम द्वारा मोटा अनाज उत्पादन को लेकर जानकारी दी गयी. पाठशाला में मोटा अनाज में मक्का की खेती को लेकर किसानों को खर पतवार नियंत्रण, किट से लगाने वाली रोग एवं इसके उपचार सिंचाई रखरखाव को लेकर जानकारी दी गयी. लखीसराय में बीटीएम सुभाष कुमार एवं एटीएम भास्कर कुमार रामगढ़ चौक में बीटीएम राजीव कुमार राय, सूर्यगढ़ा में एटीएम अमित कुमार अंशु, पिपरिया में बीटीएम राकेश कुमार एवं स्मिता कुमारी, हलसी में एटीएम ललन कुमार, चानन में एटीएम अंकित कुमार के पाठशाला में किसानों को जानकारी दी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है