किऊल रोड में चलना हुआ मुश्किल, गड्ढे हो गये पोखर में तब्दील
गढ़ी चौक से किऊल जाने वाली स्टेशन रोड की बरसात के दिनों में नारकीय हालत बनी रहती है.
लखीसराय. गढ़ी चौक से किऊल जाने वाली स्टेशन रोड की बरसात के दिनों में नारकीय हालत बनी रहती है. जिससे कि स्थानीय लोगों के अलावे स्टेशन आने-जाने वाले लोगों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. गढ़ी चौक से खगौर बजरंगबली मंदिर तक पीडब्ल्यूडी की सड़क है. जिसके बाद रेलवे आइओडब्लू की सड़क पोस्ट ऑफिस से चानन एवं धर्मशाला से ग्रामीण विकास कार्य विभाग की सड़क बनायी गयी है. स्कूल के नीचे होते हुए आइओडब्लू की सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बने हैं वही रेल पुल के नीचे बालू के ट्रक के आने जाने के कारण काफी कीचड़ जमा हो जाता है. जिसमें बाइक सवार फंस जाते हैं. वहीं आइओडब्ल्यू की ओर जाने वाली सड़क के गड्ढे बरसात के दिनों में तालाब में सऊदी दिल हो जाता है. एक तरफ ट्रक वाले बालू तो दूसरी तरफ सीमेंट के रैक लगने के कारण सौ से अधिक ट्रैक्टर का आवागमन होता है. जिससे कि रास्ता काफी खराब हो चुका है.
रेलवे सड़क पर बालू ढोने वाले ट्रक पर नहीं होती कार्रवाई
बालू घाट बंद होने के बाद चानन में बालू डिपो खोला गया है. बालू डिपो से निकलने वाली ट्रक रेलवे के आइओडब्लू की सड़क से होकर खगौर सड़क होकर एनएच 80 पर पहुंचते हैं. एक तरफ बिहार सरकार की बालू घाट एवं बालू डिपो से राजस्व की प्राप्ति होती है तो दूसरी तरफ रेल की सड़क का उपयोग किया जाता है. आईओडब्ल्यू रंजय कुमार का कहना है कि ट्रक के परिचालन को रोकने के लिए आरपीएफ को कहा गया है. इधर, आरपीएफ इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि रेलवे का अलग-अलग डिपार्टमेंट है. उनका अलग-अलग कार्य भार है, जो उन्हें देखना होता है. इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे कॉलोनी के लोग भी काफी परेशान हैं. बरसात के दिनों में पैदल चलना मुश्किल हो जाता है. वहीं गर्मी के दिनों में धूल उड़ाने के कारण उनके क्वार्टर धूल से भर जाता है.जल निकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण खगौर की सड़क पर होता है जलजमाव
खगौर के पीडब्ल्यूडी की सड़क पर जल निकासी नहीं होने के कारण जलजमाव हो जाता है. वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा छोटे-छोटे सोखता बनाया गया है. उसका पानी भी निकाल कर सड़क पर ही फेंक दिया जाता है. जिसके कारण जलजमाव की स्थिति एवं कीचड़ जमा हो जाता है. सड़क के एक किनारे बड़ा नाला का निर्माण कर किऊल नदी तक पहुंचाने पर ही जलजमाव से निजात मिल सकता है.बोले अधिकारी
बीडीओ ममता प्रिया ने कहा कि स्वच्छता विभाग के द्वारा खगौर गांव में दिया गया है. राशि के अभाव में कुछ कार्य अटका हुआ है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है