लखीसराय. जिले में 80 मेगावाट बिजली उपलब्ध करायी जा रही है. पूरे जिले में बिजली आपूर्ति के लिए पर्याप्त रूप से बिजली उपलब्ध हो रही है, लेकिन बिजली की स्थिति में अभी भी कोई सुधार नहीं देखा जा रहा है. कई क्षेत्रों में बिजली आंख-मिचौनी खेल रही है. तो कई क्षेत्र में घंटों बिजली गायब रहती है. यहां तक की शहर के नया बाजार में बिजली गायब रहने के कारण लोगों को वर्षा होने के बाद ऊमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ता है. वहीं बिजली नहीं रहने के कारण लोग पेयजल के लिए भी तरस जाते हैं. लखीसराय जिले में 80 मेगावाट बिजली की खपत के अनुपात अधिक है. इसके बावजूद भी शहर के नया बाजार, चानन क्षेत्र के कई जगह, हलसी एवं रामगढ़ चौक में बिजली नहीं मिलने के कारण लोगों की परेशानियां बढ़ जाती है. इन दिनों किसानों के द्वारा धान का बिचड़ा गिराया जा रहा है. बिजली को लेकर लोग अपने खेतों का पटवन नहीं कर पा रहे हैं. जबकि इस सीजन में किसानों के द्वारा धान का बिचड़ा गिरना अति आवश्यक हो जाता है.
सात में से छह प्रखंड को ही की जाती है विद्युत आपूर्ति
जिले के सभी सात प्रखंडों में से विद्युत विभाग के द्वारा छह प्रखंड को ही विद्युत आपूर्ति की जाती है, पटना जिले के हाथीदाह ग्रिड से बड़हिया को बिजली आपूर्ति की जाती है. बड़हिया क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की स्थिति मजबूत है. लोगों को 24 घंटे में 20 से 22 घंटे तक बिजली मिल जाती है. 80 मेगावाट में जिले के छह प्रखंड को विद्युत आपूर्ति की जाती है. बिजली विभाग के लापरवाही के कारण नयी बाजार में विद्युत की चोरी होने की बात सामने आयी है. नया बाजार में मिल का संचालन होता है. विद्युत चोरी कुछ लोगों द्वारा ही की जाती है, लेकिन नया बाजार में विद्युत का आपूर्ति कम हो अपने से सभी को भुगतना पड़ता है.बोले अधिकारी
कार्यपालक अभियंता सुमित सौरभ ने बताया कि अधिक लोड रहने एवं वृक्ष काटने या तार गिरने पर ही बिजली आपूर्ति बंद की जाती है, अन्यथा 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाती है. उन्होंने कहा कि विद्युत परियोजना विभाग के द्वारा भी कभी-कभी कार्य किया जाता है. जिसके कारण भी विद्युत आपूर्ति ठप होती है. जिले में विद्युत आपूर्ति के लिए कोई कंजूसी नहीं की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है