जेल में बंदी की संदेहास्पद स्थिति में मौत
आइओसीएल के पाइपलाइन से तेल चोरी करने के मामले में चार जून को बड़हिया पुलिस ने आधा दर्जन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था.
लखीसराय. आइओसीएल के पाइपलाइन से तेल चोरी करने के मामले में चार जून को बड़हिया पुलिस ने आधा दर्जन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था. जिन्हें पूछताछ के बाद पांच जून को मंडल कारा लखीसराय भेज दिया गया था. जिनमें से एक अभियुक्त सह बेगूसराय जिला के गढ़पूरा थाना क्षेत्र के करैय गांव निवासी स्व. कैलू सहनी के पुत्र पप्पू सहनी ने गुरुवार की रात मंडल कारा के अंदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में फांसी लगा ली. जिसकी जानकारी मिलते ही मंडल कारा के कर्मियों के द्वारा उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन शुक्रवार की सुबह सदर अस्पताल पहुंचे. जहां परिजनों के द्वारा जेल प्रशासन पर मृतक पप्पू को टॉर्चर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसी वजह से उसकी मौत हुई है. परिजनों ने कहा कि घर में भी किसी के द्वारा फांसी लगायी जाती है तो तो घर के परिजनों को पुलिस अपने साथ ले जाती है. यह तो मंडल कारा के अंदर की बात है. अब पुलिस क्या करेगी. इस दौरान मृतक की पत्नी पूजा कुमारी का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था. मृतक अपने पीछे चार छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गया है.
वहीं इस संबंध में वरीय उप समाहर्ता सह मंडल कारा के अधीक्षक शशि कुमार ने बताया कि मृतक पप्पू सहनी मंडल कारा में जाने के बाद से ही असामान्य व्यवहार कर रहा था. वह टीबी का मरीज था, जिस वजह से उसे मंडल कारा के अंदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था. उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है कि वह मंडल कारा में जाने के साथ ही लगातार भागने की कोशिश भी कर रहा था. हालांकि इसकी जानकारी उसकी मौत के बाद उन्हें दी गयी. उन्होंने बताया कि पप्पू सहनी लगातार असामान्य व्यवहार के बाद गुरुवार की रात अपने वस्त्र से ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया. उन्होंने बताया कि मृतक को पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी व वीडियोग्राफी के बीच कराया गया. परिजनों के टॉर्चर किये जाने की बात कहे जाने पर कारा अधीक्षक श्री कुमार ने बताया कि टार्चर होगा तो शरीर पर उसका निशान होगा और अधिक पिटाई से ही किसी की मौत संभव है, लेकिन उसके शरीर पर किसी तरह का कोई निशान नहीं मिला है. वहीं उन्होंने कहा कि मामले में न्यायिक जांच भी होगी.आइसोलेशन वार्ड के गार्ड व ड्यूटी लगाने वाले पर कार्रवाई संभव
काराधीक्षक शशि कुमार ने बताया कि मृतक पप्पू सहनी असामान्य व्यवहार कर रहा था. जिसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गयी थी. उन्होंने कहा कि वह नियमत: शाम में कारा का निरीक्षण स्वयं करते हैं. गुरुवार की शाम किऊल स्टेशन पर ट्रेन में आग लगने की वजह से उन्हें किऊल जाना पड़ा था. जिस दौरान ही पप्पू ने आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में जिस गार्ड की ड्यूटी लगायी गयी थी. उसकी ड्यूटी अन्य जगह पर भी लगा दी गयी थी. जिसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.एसडीओ, एसडीपीओ व कारा अधीक्षक ने पोस्टमार्टम हाउस के पास मृतक के परिजनों से की मुलाकात
मंडल कारा में गुरुवार की रात एक बंदी पप्पू सहनी की मौत के बाद शुक्रवार को उसके परिजन सदर अस्पताल पहुंचे. जहां वे लोग पप्पू की मौत टॉर्चर की वजह से होने का आरोप लगा रहे थे. जिसकी जानकारी मिलने पर एसडीओ चंदन कुमार, एसडीपीओ शिवम कुमार एवं काराधीक्षक शशि कुमार मौके पर पहुंच परिजनों से बात की तथा उन्हें घटना के वास्तविक कारणों की जानकारी दी. साथ ही कहा कि मेडिकल बोर्ड की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा तथा घटना की न्यायिक जांच करायी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है