साफ-सफाई को लेकर नयी एजेंसी को टेंडर देने की प्रक्रिया हुई शुरू
शहर की साफ-सफाई को लेकर पुराने एजेंसी का कार्यकाल समाप्ति के बाद फिर से साफ-सफाई का टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुका है.
लखीसराय. शहर की साफ-सफाई को लेकर पुराने एजेंसी का कार्यकाल समाप्ति के बाद फिर से साफ-सफाई का टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुका है. नगर आवास एवं विकास विभाग के द्वारा टेंडर प्रक्रिया की स्वीकृति मिल चुकी है. जिसके बाद नगर परिषद लखीसराय के द्वारा साफ सफाई का टेंडर प्रक्रिया शुरू किया गया है. टेंडर प्रक्रिया जल्द ही कराये जाने को लेकर निविदा डालने के लिए एक-दो दिन में तारीख तय कर ली जायेगी. इसके लिए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा अपने कर्मियों के साथ विचार-विमर्श कर प्रक्रिया सोमवार से ही शुरू कर दी है. इसके लिए सभी दृष्टिकोण पर आपसी चर्चा की जा रही है. हालांकि सभापति अरविंद पासवान दिल्ली में घुटने के ऑपरेशन को लेकर अस्पताल में भर्ती हैं. 26 जुलाई को वे लखीसराय आ रहे हैं. हालांकि साफ सफाई के टेंडर के बारे नगर उप सभापति शिव शंकर राम साफ सफाई के टेंडर की प्रक्रिया को लेकर कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही है. इधर, साफ सफाई के टेंडर को लेकर वैसी नयी एजेंसी को दिया जायेगा, जिनका सबसे कम रेट होगा. कम रेट वाले एजेंसी को ही साफ सफाई की जिम्मेदारी सौंपा जायेगा.
पिछले साल 51 लाख 25 हजार रुपये प्रति माह के लिए एक साल का साफ-सफाई का दिया था टेंडर
पिछले साल साफ सफाई का टेंडर 51 लाख 25 हजार रुपये प्रति माह का एक साल के लिए दिया गया था. जिस पर उपसभापति के द्वारा काफी हंगामा भी किया गया. टेंडर प्रक्रिया को गलत बताते हुए इसे रद्द करने की भी मांग की गयी थी, लेकिन टेंडर उस एजेंसी को ही दिया गया. इससे पूर्व साल के साफ सफाई का टेंडर 45 लाख प्रतिमाह के हिसाब से एक साल के लिए हुआ था. इससे पहले 35 लाख रुपये प्रतिमाह के हिसाब से एक साल के लिए टेंडर कराया गया था. यानी प्रत्येक साल 10 लाख बढ़कर साफ सफाई का टेंडर दिया गया. जबकि टेंडर प्रक्रिया में यह साफ निर्देश है कि कम से कम रेट वाले एजेंसी को ही टेंडर प्रक्रिया दिया जाय. हालांकि टेंडर प्रक्रिया को लेकर तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा सही बताया जा रहा था, तो उपसभापति के द्वारा टेंडर प्रक्रिया को गलत करार देते हुए इसे रद्द करने की मांग की जा रही थी. साफ-सफाई एजेंसी को लेकर वर्तमान में जांच की जा रही है. फिलहाल टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निविदा खोला जायेगा. इसके बाद कम रेट वाली एजेंसी को साफ सफाई का जिम्मेवारी सौंपी जायेगी.विशेष कार्य पदाधिकारी के आदेश के विरुद्ध हुआ था टेंडर
नगर आवास एवं विकास विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी इंदु कुमारी के द्वारा एक पत्र निकाला गया था, जिसमें साफ सफाई एजेंसी का कार्यकाल अधिकतम दो साल तक रखने की बात कही गयी थी. नगर निगम सहरसा के एक जांच रिपोर्ट के आलोक में नगर विकास आवास के पत्रांक संख्या 1553 दिनांक 27-04-2023 विशेष कार्य पदाधिकारी ने उक्त आदेश को पारित करते हुए साफ सफाई एजेंसी में अनियमितता को लेकर दूसरी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी.बोले अधिकारी
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने कहा कि साफ सफाई के टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जल्द ही टेंडर कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि नियम कानून से ही टेंडर प्रक्रिया कराया जायेगा. इसके लिए सभी बिंदुओं पर विचार-विमर्श की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है