रामगढ़ चौक. विद्युत विभाग द्वारा निर्देशित शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं की तरह ही ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाने हेतु अधिकारी लगे हुए हैं. जहां शहरी क्षेत्र की तरह ग्रामीण इलाकों में डिजिटल विद्युत मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य किया जा रहा है. स्मार्ट मीटर लगने से बिजली कंपनी को ना तो बिजली बिल वसूलने का झंझट रहेगा और ना ही उपभोक्ताओं को समय से बिजली बिल मिलने या रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायत करनी पड़ेगी. यानी शहरी विद्युत उपभोक्ताओं की तरह ही जितने का रिचार्ज होगा उतनी ही बिजली मिलेगी, लेकिन स्मार्ट मीटर लगाये जाने का विरोध हर दिन बिजली विभाग के अधिकारियों को झेलना पड़ रहा है. ताजा मामला रामगढ़ चौक प्रखंड के नदियावां गांव का है. जहां पिछले चार-पांच दिनों से बिजली विभाग के कनीय विद्युत अभियंता व बिजली कर्मी घर-घर जाकर स्मार्ट मीटर लगाने का आग्रह करते रहे, लेकिन बिजली के एक भी उपभोक्ता अपने परिसर में स्मार्ट मीटर लगाने को तैयार नहीं हैं. जिसको लेकर विभाग ने कार्रवाई करते हुए नदियावां गांव की विद्युत आपूर्ति बंद कर दिया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए कनीय विद्युत अभियंता अनुराग प्रियम ने बताया कि वहां के लोगों को स्मार्ट मीटर लगाने हेतु काफी समझाया गया, लेकिन वे स्मार्ट मीटर लगवाने को तैयार नहीं हुए. मजबूरन उस गांव की बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ी. उन्होंने आगे कहा कि सरकार और विभाग दोनों स्मार्ट मीटर लगाने पर बल दे रही है, ताकि बिजली लीकेज और बर्बादी रोका जा सके. ऐसे में स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध करना गलत है.
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