पान समाज को अनुसूचित जाति में रखने की मांग को लेकर धरना
लखीसराय जिला पान महादलित समन्वय समिति के बैनर तले पान समाज के लोगों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया.
लखीसराय. जिला समाहरणालय परिसर स्थित धरनास्थल पर मंगलवार को राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत लखीसराय जिला पान महादलित समन्वय समिति के बैनर तले पान समाज के लोगों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया. अपने एक सूत्री मांग पान समाज को महादलित में रखने को लेकर इस धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पान समाज के जिलाध्यक्ष रामटहल तांती ने कहा कि भारत सरकार एवं जनगणना आयुक्त का कार्यालय, भारत सरकार के उपस्थिति में सुनवाई के उपरांत 29 मार्च 2022 को तांती, ततवां को विलोपित करने के लिए सर्वसम्मति से अनुशंसा भेजा जा चुका है. उपर्युक्त साक्ष्यों के बावजूद केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय द्वारा ओबीसी की सूची क्रमांक-48, तांती, ततवां को विलोपित नहीं कर पाने या बिहार अनुसूचित जाति के क्रमांक (20) पान, स्वांसी के साथ तांती, ततवां को न जोड़ सकने के कारण बिहार अनुसूचित जाति पान, स्वासी के तांती, ततवां उपाधि,पर्यायवाची नामधारी अपने मूल जाति पान के संविधान प्रदत्त अधिकार से वंचित हैं और जलालत भरी जीवन जीने को मजबूर हैं. गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर शांतिपूर्ण धरना देकर डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति प्रधानमंत्री आदि को मांग पत्र भेजा जायेगा. राज्य सरकार द्वारा साढ़े नौ वर्षों तक अनुसूचित जाति का दर्जा दे मान्यता दिया गया था, परंतु सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसकी मान्यता को रद्द कर दिया गया है. राज्य स्तरीय निर्णय के अनुसार 23 मार्च को पटना के गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन किया जायेगा. मौके पर उदय शंकर दिवाकर, मदन तांती, सरोज बाबू, हीरालाल तांती, सुधीर पान, गणेश प्रसाद पान, महेंद्र पान, शिवशंकर निराला, उमेश तांती, सुबोध तांती सहित अन्य उपस्थित थे.
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