बार-बार नकारात्मक विचारों का आना मानसिक विकृति के लक्षण : डॉ विभूषण
मानसिक विकृत व्यक्ति एवं बौद्धिक अयोग्य व्यक्ति के लिए विधिक सेवा योजना 2024 विषय पर जारी दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
लखीसराय. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नयी दिल्ली एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार लखीसराय के सभा कक्ष में प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता एवं पाराविधिक स्वयंसेवक की ओर से जारी ‘मानसिक विकृत व्यक्ति एवं बौद्धिक अयोग्य व्यक्ति के लिए विधिक सेवा योजना 2024’ विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला बुधवार को विधिवत संपन्न हो गयी. प्रशिक्षक के रूप में सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ सह मनोचिकित्सक डॉ विभूषण एवं गैर सरकारी संगठन समग्र सेवा जमुई की जिला परामर्श तबस्सुम अली ने कार्यशाला में उपस्थित पैनल अधिवक्ता एवं पाराविधिक स्वयंसेवकों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करायी. मनोचिकित्सक डॉ विभूषण ने कहा कि प्रमुख मानसिक विकृति से संबंधित बीमारियों में प्रमुख रूप से डिप्रेशन, जनरलाइज्ड एंजायटी डिसऑर्डर, पैनिक डिसऑर्डर, सोमेटाइजेशन डिसऑर्डर, सीवर मेंटल डिसऑर्डर प्रमुख है. उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से सोचने और दैनिक कार्यकलापों को करने में कठिनाई होना, बार-बार नकारात्मक विचारों का आना, आदत, मन, इच्छा एवं एकाग्रता में अचानक परिवर्तन का होना, वैसी चीजों को देखना और सुनना जो आसपास मौजूद नहीं है, आत्महत्या का विचार आना अथवा आत्महत्या करने का प्रयास करना, क्रोध, भय, चिंता, अपराध बोध, उदासी या खुशी की लगातार अनुभूति होना, बिना चिकित्सीय सलाह के औषधी का अत्यधिक सेवन करना मानसिक विकृति के लक्षण हैं. समय रहते इन लक्षणों के दिखाई देने पर बिना किसी देरी के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग में जाकर इलाज करवाना अति आवश्यक है.
हमें आसपास के वातावरण से सीख लेते हुए सतर्क रहने की जरूरत
वहीं तबस्सुम अली ने कहा कि हमें आसपास के वातावरण से सीख लेते हुए सतर्क रहने की सख्त आवश्यकता है एवं लोगों को जागरूक करने के लिए यह कार्यशाला करायी गयी है. समापन संबोधन में प्राधिकार के सचिव राजू कुमार ने कहा कि दो दिवसीय कार्यशाला से आप लोगों को बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला है. इसका सदुपयोग विधिक जागरूकता शिविर में करना चाहिए. आपसे अपेक्षा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप अपने-अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को अवश्य ही जागरूक करेंगे.
मौके पर थे मौजूद
मौके पर प्राधिकार के रिटेनर अधिवक्ता सितेश सुधांशु, एलएडीसीएस डिप्टी चीफ कुमारी बबीता, रोहिणी दास, वरीय पैनल अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, उमेश चंद्र, आनंदी ठाकुर, शिव शंकर प्रसाद, पाराविधिक स्वयंसेवक अजय कुमार यादव, सौरभ कुमार, ममता कुमारी, आरती कुमारी, विशाल कुमार, प्रताप राज उपस्थित थे.
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