भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिख रही कसबा शिवाला होते मसूदन तक सड़क

स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत अभयपुर के कसबा पंचायत के मां भगवती मंदिर से कसबा शिवाला होते हुए मसूदन तक सड़क निर्माण का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 28, 2024 6:19 PM

पीरीबाजार. स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत अभयपुर के कसबा पंचायत के मां भगवती मंदिर से कसबा शिवाला होते हुए मसूदन तक सड़क निर्माण का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है. हकीकत यह है कि जब क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के द्वारा सौगात मिलती है तो स्थानीय लोगों में खुशी जागृत होती है. मगर जब उस सौगात कार्य के दौरान कार्य की गुणवत्ता को दरकिनार करते हुए गुणवत्ता के साथ समझौता कर कार्य किये जाने से लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. लगभग ढाई करोड़ की लागत से पीरीबाजार क्षेत्र अंतर्गत कसबा पंचायत में अभयपुर के मां भगवती स्थान से कसबा शिवाला होते हुए मसूदन तक लगभग दो हजार 800 मीटर लंबी पीसीसी सड़क के निर्माण कार्य के दौरान यह समस्या देखने को मिली है. सड़क निर्माण कार्य में लगे योजना के बोर्ड में अनुसार सड़क निर्माण का कार्य चार मार्च 2024 को पूरा करना था. साथ ही सड़क निर्माण के लिए दो करोड़ 58 लाख 10 हजार 281 रुपये तथा पंचवर्षीय अनुरक्षण की राशि 13 लाख 85 हजार 678 रुपये दर्ज की गयी है. वहीं सही मायने में देखा जाय तो पीसीसी सड़क निर्माण के साथ ही सड़क में जहां-तहां से निकल रही हैं. दरारों के साथ-साथ सड़क टूटती दिख रही है. जो अपनी गुणवत्ता की सच्चाई को खुद ही उजागर कर रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस ढाई करोड़ की राशि से सड़क निर्माण की सौगात जब गांव वालों को मिली थी तो निश्चित तौर से यहां के लोग प्रफुल्लित थे कि अब लोगों को लंबे समय तक सड़क की परेशानी से निजात मिल जायेगी. मगर यह सोच यहां के लोगों के लिये एक सपना ही साबित हो कर रह गयी. हाल ही में निर्मित यह सड़क जहां-तहां से टूटते हुए अपनी गुणवत्ता कहानी बता रही है. सच्चाई के उजागर होने एवं स्थानीय लोगों के शिकायत के बावजूद इस पर कोई कार्रवाई न होना निश्चित तौर विभागीय कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहा है, क्योंकि इस सड़क के निर्माण के दौरान संवेदक द्वारा तय मानक को न अपनाते हुए कार्य शुरू किये जाने पर शुरुआती दौर से इसका विरोध शुरू हो गया था. इसके बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने का परिणाम है कि करोड़ों की लागत से बनी यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है. कई बार सड़क के टूटने तथा नाला के घटिया निर्माण की शिकायत ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी को की गयी. इसके बाद खुद भी पदाधिकारी के द्वारा निरीक्षण कर सिर्फ खानापूर्ति की गयी, परंतु अभी तक नाला निर्माण का कार्य भी पूरा नहीं किया गया. विगत 18 अप्रैल 2024 को भी ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता उज्जवल कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता प्रमोद कुमार विद्यार्थी के द्वारा इसका निरीक्षण किया गया था. साथ ही आश्वासन देते हुए कहा गया था कि टूटे हुए सड़क को काटकर हटा दिया जाय और और नया ढलाई किया जाय. साथ ही नाला निर्माण का कार्य भी अच्छे तरीके से किया जाय, परंतु वो भी कहने तक ही सीमित रह गया.

बोले अधिकारी

ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार को सड़क की स्थिति और एक महीना पूर्व ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता उज्जवल कुमार तथा कनीय अभियंता प्रमोद कुमार विद्यार्थी के द्वारा निरीक्षण के बाद सुधार का आश्वासन की बात कहे जाने की बात बताते हुए कहा गया कि निरीक्षण के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ. इस बात से अवगत होने के बाद कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार ने कहा की वे खुद जाकर उक्त सड़क का निरीक्षण करेंगे.

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