पीरीबाजार. क्षेत्र अंतर्गत राजपुर पुलिया से लोसघानी ठाकुरबाड़ी तक दो साल पूर्ण होने से पहले ही सड़क टूटने लगी है. बता दें कि विशेष केंद्रीय सहायता योजना से 29 दिसंबर 2022 को 1.100 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ. वहीं योजना स्थल पर लगे बोर्ड के अनुसार उक्त सड़क की लंबाई 1.100 किलोमीटर तथा एकारनामा राशि 69 लाख 79 हजार 463 रुपये दर्ज है. पंचवर्षीय अनुरक्षण की राशि 4.72390 लाख रुपया दर्ज है तथा उक्त कार्यकारी एजेंसी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग के देखरेख में किया गया है. सड़क निर्माण योजना में लगे बोर्ड में संवेदक का नाम सुबेश कुमार दर्ज है. स्थानीय लोगों की मानें तो यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है, हालांकि यह कोई पहली सड़क नहीं है. पीरीबाजार थाना क्षेत्र में ऐसी कई सड़के देखने को मिलेगी, जो बनने के साथ टूटना शुरू हो रही है. इसके बावजूद भी ग्रामीण कार्य विभाग कार्रवाई के बजाय उदासीन नजर आ रही है. जबकि ग्रामीण कार्य विभाग उक्त बातों से भली-भांति अवगत है. जब भी विभाग को इस समस्या से अवगत करवा कर पूछा जाता है, तो उनके द्वारा आश्वासन दिया जाता है कि ठीक है दिखवा लेते हैं. हालांकि लोग भी इस बात से पूरी तरह से अवगत हो चुके हैं. लोगों का मानना है कि ऐसे संवेदक के प्रति विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि समस्या उत्पन्न न हो. महज दो साल पूर्ण होने से पहले ही सड़क टूटना कहीं न कहीं सड़क निर्माण में गुणवत्ता को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि पांच वर्षीय अनुरक्षण की राशि से टूटे हुए सड़क को मरम्मत करना.
बोले अभियंता
इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता प्रमोद कुमार विद्यार्थी ने कहा की जानकारी मिली है, मामले को देखते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है