स्काउट गाइड ने मां जलप्पा के किये दर्शन, विशेषताओं की ली जानकारी
पांच दिवसीय नेचर स्टडी सह ट्रैकिंग कैंप के दूसरे दिन पैदल यात्रा सह प्रकृति अध्ययन कार्यक्रम में लाखोचक पहुंच रात्रि विश्राम किया.
स्काउट गाइड की मस्ती के साथ बीत रहा है नेचर स्टडी सह ट्रैकिंग कैंप
चानन. बिहार राज्य भारत स्काउट-गाइड के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय नेचर स्टडी सह ट्रैकिंग कैंप के दूसरे दिन पैदल यात्रा सह प्रकृति अध्ययन कार्यक्रम में लाखोचक पहुंच रात्रि विश्राम किया. रात्रि विश्राम से पूर्व पहले कैंप फायर कर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की गयी. जहां पर बिहार से आये हुए सभी जिला से प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति दी. उसके अगले सुबह शुक्रवार का शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सन सांग के साथ शारीरिक गतिविधि कराया गया. उसके तुरंत बाद जलप्पा स्थान के लिए पैदल यात्रा पहाड़ी रास्ते होते हुए निकल गये. जहां पर स्काउट-गाइड सहित प्रशिक्षक और लीडर ने खूब मस्ती की. चानन प्रखंड के प्रसिद्ध बियावान प्राकृतिक छटाओं और घंटीनुमा भूमि के बीच अवस्थित है. शक्तिपीठ मां जलप्पा देवी स्थान की दर्शन करते हुए स्काउट-गाइड को इसकी विशेषताओं के बारे में जानकारी दी. वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रखंड के अलावे जिले में भी काफी प्रसिद्ध माना जाता है. यह मंदिर जहां पर शैक्षणिक परिभ्रमण के दूर-दूर से लोग आते हैं. माना जाता है कि यह धार्मिक स्थल मां जलप्पा देवी की पूजा-अर्चना करने से लोगों की मुरादें पूरी होती है. लखीसराय स्काउट डीओसी मृत्युंजय कुमार ने बच्चों के बीच इस मंदिर के महत्व के बारे में बताया कि धार्मिक हिंदू मान्यताओं के अनुसार मां जलप्पा की पूजा-अर्चना से लोगों की मुरादें पूरी होती है. यहां लोग मुंडन संस्कार के लिए भी आते हैं. जलप्पा देवी पर आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ मंगलवार को खूब लगती है. इसके अलावा यहां प्रत्येक पूर्णिमा, पंचमी, अमावस्या, मंगलवार एवं शनिवार को दूर दराज से लोग पहुंचते हैं. ढोल गाजे बाजे के साथ आये श्रद्धालु अपने-अपने बच्चों का मुंडन संस्कार करा कर वापस लौटने के बाद देवी मां की गुणवत्ता की बखान करते हैं. मौके पर स्काउट-गाइड वालंटियर के लीडर अपने कर्तव्य को निभाते हुए दायित्व को निर्वहन कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है