बड़हिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के इतिहास से रूबरू हुए स्काउट-गाइड
नगर में धार्मिक स्थल मां बाला त्रिपुर सुंदरी से प्रसिद्ध महारानी स्थान मंदिर का स्काउट-गाइड ने भ्रमण किया.
बड़हिया. नगर में धार्मिक स्थल मां बाला त्रिपुर सुंदरी से प्रसिद्ध महारानी स्थान मंदिर का स्काउट-गाइड ने भ्रमण किया. पांच दिवसीय प्रशिक्षण सह परिक्षण शिविर के चौथे दिन जवाहर नवोदय विद्यालय के द्वितीय सोपान के स्काउट-गाइड को ट्रैकिंग के लिए मां जगदंबा स्थान विद्यालय की बैनर तले ले जाया गया जोकि जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ रविशंकर प्रसाद के साथ-साथ नवोदय विद्यालय समिति पटना के सहायक संगठन आयुक्त डॉ चंद्रसेन स्काउट द्वारा हरी झंडी दिखाकर नवोदय विद्यालय के प्रांगण से रवाना किया गया. शिविर प्रधान सह गाइड कैप्टन अमृता सिंह ने बच्चों को बताया कि शिक्षा के साथ-साथ मानसिक विकास के लिए शैक्षणिक परिभ्रमण जरूरी है. सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे अनुराग आनंद ने बच्चों को बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार बड़हिया ग्राम की स्थापना पालवंश के काल में हुआ था. माना जाता है कि पंडित श्रीधर ओझा बड़हिया के मूल निवासी थे जो कि हिमालय की गुफा में तपस्या करने के दौरान मां वैष्णो देवी की स्थापना के बाद उन्होंने बड़हिया में मां जगदंबा को स्थापित नौ सौ वर्ष पूर्व में ही किया गया. उस वक्त बड़हिया में पूरब में गंगा तथा पश्चिम भाग में हरूहर नदी बहती थी एवं यह क्षेत्र जंगलों से घेरा हुआ था. यह मंदिर सिद्ध शक्तिपीठ है. यहां स्वच्छ एवं पवित्र मन से मांगी गयी हर मुरादें मां जरूर पूरी करतीं हैं. मनोकामनाओं से फलीभूत होने वाले आस्थावान श्रद्धालु इस मंदिर कामना पूर्ति भी कहते हैं. बड़हिया में आसपास मंदिर, तालाब, पोखर सहित धर्मशाला का भ्रमण कराया गया. जिसमें विद्यालय की गाइड कैप्टन रश्मि राय का भरपूर सहयोग मिलता रहा.
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