शैलेश वत्स ने किया पुस्तकालय का अवलोकन
‘मध्कालीन भारत की रानियां, उत्सव’ और ‘क्षमा अस्पृश्यता युक्त भारत से’ के रचियता शैलेश वत्स ने पुस्तकालय पहुंचकर पुस्तकालय का अवलोकन किया.
बड़हिया. नगर स्थित जगदंबा हिंदी पुस्तकालय में प्रो महेश प्रसाद सिंह के पुत्र सह ‘मध्कालीन भारत की रानियां, उत्सव’ और ‘क्षमा अस्पृश्यता युक्त भारत से’ के रचियता शैलेश वत्स ने पुस्तकालय पहुंचकर पुस्तकालय का अवलोकन किया. इस अवसर पर श्री वत्स ने पुस्तकालय संचालन समिति के सचिव सुरेश प्रसाद सिंह माधुर्य को अंगवस्त्र से सम्मानित किया. साथ ही उन्होंने पुस्तकालय के लिए छह पुस्तक क्रमश: प्रो. महेश प्रसाद सिंह लिखित पुस्तक शंखनाद, अशोक श्रीवास्तव द्वारा लिखित ‘मोदी वर्सेज खान मार्केट गैंग’ तथा उनकी स्वयं लिखित रचना ‘क्षमा अस्पृश्यता युक्त भारत से’ की दो-दो प्रतियां भेंट कर सम्मानित किया. इस दौरान श्री वत्स ने सुझाव देते हुए बताया कि राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की सभी रचनाओं का संग्रह एक रैक में तथा दूसरे रैक में कवि मथुरा प्रसाद नवीन की रचनाओं का संग्रह पूर्णरूपेण किया जाना चाहिए. एक जहां मगही के कवि थे तो दूसरे राष्ट्रीय नायक. साहित्य में बड़हिया के योगदान जैसे विषयों पर विचार गोष्ठी कराने के सुझाव के साथ बड़हिया और इलाके के सभी आयु वर्ग के लोगों के बहुमुखी विकास हेतु विभिन्न गतिविधि का केंद्र बनाने पर बल देते हुए बताया कि प्रतिमाह व्याख्यान माला का आयोजन कर ज्ञानोपार्जन, बौद्धिक विकास, चारित्रिक विका, नैतिकता आदि को बढ़ावा दिये जाने हेतु पहल आवश्यक है. मौके पर शुभम कुमार, शिवम कुमार, राजीव नंदन सिंह, सिंटू कुमार, श्रीकुमार, हर्ष कुमार, पुस्तकालय कार्यकारिणी सदस्य मुकुंद कुमार, नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे.
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