जल शक्ति अभियान के तहत बालिका विद्यापीठ में हुई विशेष प्रार्थना सभा
जल शक्ति अभियान के तहत बालिका विद्यापीठ में हुई विशेष प्रार्थना सभा
लखीसराय. प्रसिद्ध बालिका विद्यापीठ के प्रांगण में मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के जल शक्ति अभियान कार्यक्रम के तहत एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए विद्यालय की प्राचार्या कविता सिंह ने जल संरक्षण, जल का पुनर्चक्रण, जल के रखरखाव एवं वर्षा जल संचल संबंधित बातें बताकर बच्चों के माध्यम से उन्हें जलदूत बनाकर लोगों को जागरूक करने के नौ दिवसीय कार्यक्रम की चर्चा की. इसके उपरांत वर्ग नर्सरी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न माध्यमों से जल शाला की उपयुक्त प्रतियोगिता एवं जल दूत के माध्यम से वांछनीय जल संरक्षण की विधि पर चर्चा की गयी. आम जनों की सहभागिता को बढ़ाने के लिए जल शक्ति अभियान के तहत जल शाला एवं जलदूत पर केंद्रीय गीत संगीत, पोस्टर निर्माण, कविता वाचन, भाषण, नृत्य, नारा लेखन जैसे अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. जिसमें नृत्य कार्यक्रम छात्रावास की कक्षा प्रथम से पंचम तक की छात्राओं द्वारा ‘आनंद धारा बहे गगन में’ गीत पर आधारित मनोरम नृत्य प्रस्तुत किया गया. जिसमें राधिका, निधि, निशु, अस्मिता, नैना, आर्या, आरोही, आराध्या, माही, आस्था, वैष्णवी, रोजी, लक्ष्मी, दीपिका ने भाग लिया. वहीं पोस्टर निर्माण और प्रदर्शनी में कक्षा सप्तम की छात्रा नंदिनी सिंह, कक्षा नवम की प्रभा कुमारी, कक्षा दशम की मोनिका एवं अंशिका ने सुंदर स्लोगन से लोगों को आकर्षित एवं जागरूक किया. जबकि परियोजना कार्य में वर्षा जल संचयन एवं संरक्षण और उसके पुनर्चक्रण की विधि कक्षा दशम के छात्र तन्मय और सुशांत के द्वारा प्रदर्शित कर विश्लेषित किया गया. कविता वाचन में जल के महत्व एवं जल को जीवन का आधार बताते हुए कक्षा दशम की छात्रा सिम्मी प्रियम एवं सप्तम की छात्रा वनीषा ने कविता पाठ का लोगों का ध्यान जल संरक्षण की ओर आकर्षित किया. वहीं भाषण कार्यक्रम के दौरान कक्षा नवम की छात्रा साहित्या और सारिका ने अपने अभिभाषण के द्वारा जल के महत्व को रेखांकित करते हुए ‘जल है तो कल है’ और ‘जल ही जीवन है’ को स्पष्ट रूप से बताने का प्रयास किया. प्राचार्य कविता सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम अविरल रूप से जल संरक्षण और जल प्रबंधन का संदेश पहुंचाने के लिए 15 मई तक विभिन्न कार्यक्रम द्वारा अग्रसर रहे इसके लिए समाजशास्त्र के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं सहयोगी शिक्षकों द्वारा बच्चों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम को प्रदर्शित करने की योजना है. जिसमें पथ संचलन सह पोस्टर प्रदर्शन का कार्यक्रम नवम से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के द्वारा विद्यापीठ चौक से पुन: विद्यालय तक आयोजित की जायेगी, जिसमें बच्चे लोगों को जल संरक्षण के लिए जागृत और प्रेरित करेंगे. वहीं जलशाला प्रदर्शनी एवं सुरक्षित उपयोग की कार्यशाला का आयोजन गीता मंदिर में कक्षा नवम एवं दशम के छात्र-छात्राओं के द्वारा किया जायेगा. जिसे देखकर लोग इन विधियों को सीख कर जल संरक्षण की दिशा में कार्य कर सकेंगे. जबकि जलदूत के रूप में कक्षा आठवीं एवं नवमी के विद्यार्थी जल संरक्षण की प्रदर्शनी एवं उसके विधि पर चर्चा आम लोगों के बीच जाकर नुक्कड़ नाटक के द्वारा करेंगे, ताकि लोग जल के महत्व को समझते हुए उसके बचाव के लिए प्रेरित हों.
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