सूर्यगढ़ा. स्थानीय सीएचसी में सिस्टम की लापरवाही से मंगलवार को बंध्याकरण कराने वाली महिलाएं भीषण ठंड में बिना चादर व कंबल के ठिठुरने को विवश हैं. दरअसल सीएचसी में शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें महिला सर्जन चिकित्सक डॉक्टर सीमा भारती द्वारा 22 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. शिविर में पंजीकरण कराने के लिए महिलाओं के साथ उनके स्वजनों की भी भीड़ रही. निबंधित महिलाओं का खून जांच, बीपी, शुगर के साथ अन्य तरह के जांच के बाद अंतिम रूप से बंध्याकरण के लिए चयनित किया गया. प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि 22 महिलाओं बंध्याकरण किया गया. बंध्याकरण के बाद सभी मरीजों को सीएचसी में भर्ती कर 24 घंटे के लिए चिकित्सक की निगरानी में रखा गया है.
मरीजों को नहीं मिला चादर व कंबल-
मंगलवार अपराह्न 5:30 बजे प्रभात खबर प्रतिनिधि ने सामुदायिक स्वास्थ्य सूर्यगढ़ा आयोजित बंध्याकरण शिविर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो कुल 22 महिलाओं में अधिकांश को वार्ड में शिफ्ट किया गया था. इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड में कुछ मरीज बरामदे पर रहने को मजबूर नजर आये. किसी भी मरीज के बेड पर चादर और कंबल नहीं दिया गया था. मरीज घर से ही चादर और कंबल लेकर आये थे. मरीजों एवं उनके परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा उन्हें चादर और कंबल उपलब्ध नहीं कराया गया है. केवल बेड उपलब्ध हुआ है. ऐसे में कंपकंपाती ठंड में रात गुजारने में काफी परेशानी होगी.
बोले प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक-
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि मरीजों के बेड पर चादर और कंबल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी ली जायेगी. इस बारे में पूछताछ की जा रही है.
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