पुरानी पेंशन लागू करने व यूपीएस के विरोध में सांकेतिक हड़ताल

पुरानी पेंशन लागू करने व एनपीएस और यूपीएस के विरोध में पुरानी पेंशन हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन के बिहार इकाई पिछले दो सितंबर से सांकेतिक हड़ताल पर है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 9:23 PM
an image

लखीसराय. पुरानी पेंशन लागू करने व एनपीएस और यूपीएस के विरोध में पुरानी पेंशन हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन के बिहार इकाई पिछले दो सितंबर से सांकेतिक हड़ताल पर है. सांकेतिक हड़ताल का बुधवार को तीसरे दिन रहा. एनएमओपीएस के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडे के आह्वान पर पुराने पेंशन को लागू करने एवं एमपीएस और यूपीएस के विरोध में आंदोलन जारी है. यह आंदोलन देश से लेकर राज्य भर के कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. जिले के लगभग सभी विभाग के कर्मचारियों द्वारा अलग-अलग जगह पर काला बिल्ला लगाकर इसका विरोध कर रहे हैं. बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई संगठन के सचिव मुकेश पटेल ने बताया कि पुरानी पेंशन को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. आज तीसरे दिन भी सांकेतिक हड़ताल पर हुए वे सब रहे हैं. एमपीएस एवं यूपीएस के विरोध में विभिन्न विभाग के द्वारा चरणबद्ध सांकेतिक आंदोलन किया जा रहा है. कर्मियों का कहना है कि एक दिन के विधायक या सांसद को आजीवन पेंशन मिलता है तो 60 वर्षों तक सरकारी सेवा देने वाले कर्मियों के साथ इस तरह के सौतेले व्यवहार का क्या मतलब हो सकता है. कर्मियों का कहना है कि सरकारी सेवा में आने वाले युवा पीढ़ी के लिए भी एमपीएस एवं यूपीएस पेंशन एक नासूर बन कर रह जायेगा. 60 वर्ष की उम्र तक सरकारी सेवा देने के बाद पेंशन बुढ़ापे का सहारा होता है. जिसे सरकार छीन लेना चाह रही है. सांकेतिक हर साल में बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई संगठन के अभय कुमार रुचि राज, अन्नू पटेल जितेंद्र कुमार सुरेंद्र कुमार सौरभ रंजन आदि शामिल थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version