कोहरे की चादर से लिपटा रहा सूर्य, देर से खोली आंखें
कोहरे की चादर से लिपटा रहा सूर्य, देर से खोली आंखें
लखीसराय. पिछले दो दिनों से जिले में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. सोमवार को दोपहर तक कोहरे में शहर में लिपटा रहा. करीब एक बजे के बाद कभी धूप तो कभी बादल सूर्य को अपने आगोश में ले लेते रहे. घने कोहरे के कारण सड़कों पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. वाहनों के आवागमन होने पर सिर्फ वाहन लाइट ही दिखाई दे रही थी. जिसके कारण वाहनों की गति काफी धीमी चलती नजर आ रही थी. सुबह में ट्रेन पकड़ने वाले एवं स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को सुबह 10 बजे दिन तक घने कोहरे होने के बाद आसमान में छाये बादल के कारण लोगों को धूप नहीं मिल सका. आलू को नुकसान एवं गेहूं चना के लिए फायदेमंद घना कोहरा आलू के लिए नुकसान सिद्ध हो सकता है. आलू में पाला मारने का भय बना हुआ रहता है. जिससे कि आलू की उपज में कमी आ जाती है और किसानों को नुकसान सहना पड़ता है. पौधा संरक्षण सहायक निदेशक रीमा कुमारी का कहना है कि ऐसी स्थिति में आलू में दवा का छिड़काव करें या खेतों की तरफ हवा की रुख की तरफ से धुआं लगायें. इधर कुहासा से गेहूं एवं चना की खेती में वृद्धि होती है. कुहासा के कारण इन दोनों फसलों में आकस्मिक वृद्धि होती हैं एवं किसानों को अच्छी उपज मिल जाती है. ———————————————– घने कोहरे व जारी ठंड की वजह से जनजीवन हो रहा अस्त व्यस्त प्रतिनिधि, चानन. घने कोहरे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त होने से लोगों को परेशानी हो रही है. बताते चलें कि रात से शुरू होने वाला घना कोहरा के सुबह नौ बजे तक बने रहने के कारण दिनचर्या को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर जो मजदूरी कर अपने परिवार को भरण पोषण करते हैं उनके सामने काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को सड़क पर सोच समझ कर चलना पड़ता है, क्योंकि सामने से आने वाला दिखाई नहीं दे रहा था. खासकर आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले नौनिहाल बच्चों को को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अभिभावकों के द्वारा अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर भेजना बंद कर दिया जा रहा है. वहीं घने कोहरे के कारण इसका असर ट्रेनों पर भी पड़ रहा है. लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. धूप उगने के बाद कुछ हद तक ठंड से राहत मिलती है, लेकिन शाम ढलते ही ठंड का प्रकोप बढ़ जाता है. घने कोहरे को लेकर कुछ लोगों को कहना है कि अगर ठंड नहीं करेगी तो फसलों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. फसलों के लिए यह जरूरी भी है. एक तरफ फसल को काफी फायदा पहुंचाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ लोगों के अलावे जानवरों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. घने कोहरे के कारण जो बच्चे कोचिंग करने के लिए जाते हैं और रेलवे लाइन क्रॉस करना पड़ता है उनके लिए काफी खतरा बना रहता है.
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