सूर्यगढ़ा. मॉनसून आने से पहले गर्मी अपना प्रचंड रूप अख्तियार कर चुका है. सूर्यदेव के तेजी से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. दोपहर में सड़कें वीरान हो जाती हैं. पारा 41 डिग्री के पार चल रहा है. सूर्य की प्रखर किरणों से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. गर्मी और धूप की तपिश कम होती नहीं दिख रही है. बढ़े हुए तापमान ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया है. लू से बचने के लिए कोई पेड़ की छांव तलाश रहा है तो कोई जूस पीकर जान बचा रहा है. घरों से निकलने को मजबूर हुए लोग धूप और गर्मी से बचाव के तमाम उपाय करते नजर आ रहे हैं. महिलाएं चेहरे पर कपड़ा लपेटे नजर आ रही हैं. 10 बजते ही छोटी सड़कों से लेकर व्यस्त सड़कों पर सन्नाटा छा जा रहा है और शाम चार बजे तक सड़कों पर इक्के-दुक्के लोग ही नजर आ रहे हैं. गर्मी से बेहाल राहगीर पेड़ के नीचे आराम करता देखे जा सकते हैं. गर्मी से बेहाल लोगों की भीड़ अधिकतर जूस और फल दुकानों पर ही नजर आ रही है. कहीं लोग आम का जूस पीकर लू से बचाव कर रहे हैं तो लस्सी या कोल्ड ड्रिंक पीकर गर्मी से बचने की कोशिश करते नजर आते हैं. धूप की तपिश ऐसी जैसे सूर्य आग बरसा रहा हो. युवा से लेकर बुजुर्ग तक गर्मी से परेशान हैं. बुधवार को सूर्यगढ़ा का अधिकतम तापमान 41 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मंगलवार की तुलना में अधिकतम तापमान में 1 डिग्री की गिरावट आयी तो न्यूनतम तापमान एक डिग्री ऊपर चढ़ा. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल गर्मी से राहत की संभावना नहीं है.
गर्मी में लू लगने का खतरा
गर्मी में लू लगने का खतरा बढ़ गया है. इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट जारी कर रहा है. चिकित्सक डॉ रितुराज ने बताया कि लू लगने का सबसे ज्यादा खतरा वृद्ध, गर्भवती और नवजात शिशुओं को रहता है. लू से बचाव का एक मात्र तरीका सावधानी बरतना है. लू लगने के कारण व्यक्ति बीमार हो जाता है. यदि समय पर उसे इलाज नहीं मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है. इसलिए लोग लापरवाही नहीं बरतें और ऐसी शिकायत होने पर तुरंत इलाज करायें.लू लगने के लक्षण
चिकित्सक डॉ रितुराज ने बताया कि अगर अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाय या फिर सिर में तेज दर्द होना अचानक से शुरू हो जाय तो सावधान हो जाना चाहिये. ये दोनों लू लगने के लक्षण हैं. लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है. लू लगने के बाद नाड़ी और सांस की गति तेज हो जाती है. कई बार देखा गया है कि त्वचा पर लाल दाने भी हो जाते हैं. कई लोगों को लू लगने पर बार-बार पेशाब की भी शिकायत हो जाती है और शरीर में जकड़न हो जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है