प्रतिनिधि, लखीसराय. प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के माध्यम से वर्ग 6 से 8 तक के बच्चों को गणित व विज्ञान विषय की शिक्षा देने व इसे रूचिकर बनाने को लेकर शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला में संबंधित शिक्षकों का उन्मुखीकरण किया गया. जिले के सभी शिक्षांचल से इसके लिए 10-10 शिक्षकों का चयन बीइओ के माध्यम से किया गया था. इन विद्यालयों को मॉडल के रूप में चिह्नित किया गया है. विद्यापीठ चौक के निकट एक निजी संस्थान के सभागार में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डीएम मिथिलेश मिश्र ने शिक्षा विभाग में अपने कार्यकाल की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि एक शिक्षक के रूप में कार्य करने को लेकर इस विभाग से मेरा गहरा लगाव है. सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति अभी भी कुछ अच्छी नहीं है, इस पर बहुत कुछ करना बाकी है. इन दिनों शिक्षा विभाग को कई भाग में विभक्त कर संचालित किया जा रहा है. जिसमें मध्याह्न भोजन, पोशाक जैसी योजना, किताब की उपलब्धता और परियोजना के माध्यम से व्यावहारिक व तकनीकी शिक्षा प्रदान करना भी शामिल है. बिहार शिक्षा परियोजना के जिला प्रशिक्षण संभाग पदाधिकारी अमित कुमार सिंह के संचालन में आयोजित कार्यशाला को डीइओ यदुवंश राम आदि ने भी संबोधित किया. संभाग प्रभारी ने इस संबंध में कार्यक्रम का उद्देश्य की चर्चा में कहा कि विज्ञान और गणित के सिद्धांतों, सूत्रों और तथ्यों को बच्चों के दैनिक जीवन में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के माध्यम से समझाना ही इसका मुख्य उद्देश्य है. कार्यशाला में यह भी बताया गया कि विद्यालयों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के माध्यम से छात्रों के मानस पटल पर विज्ञान और गणित के अनुप्रयोग को कैसे स्थायी रूप से अंकित किया जा सकता है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा दीप्ती, संजय कुमार सहित विभाग के सभी पदाधिकारी मौजूद थे.
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