धर्मेंद्र साव हत्याकांड से हटेगा पर्दा, जांच तेज
धर्मेंद्र साव हत्याकांड से हटेगा पर्दा, जांच तेज
लखीसराय. किऊल-जमालपुर रेलखंड के किऊल रेलवे आउटर सिग्नल के समीप गया-हावड़ा में पिछले 21 जनवरी को अपराधियों ने धर्मेंद्र कुमार साव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद मृतक की पत्नी आरती देवी ने आधा दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्या के बाद जीआरपी ने अपने स्तर से अनुसंधान शुरू किया था. हत्या के बाद अनुसंधानकर्ता खुद थानाध्यक्ष नसीम बने. वहीं इसके अनुसंधान के लिए टीम गठित की गयी. जिसमें अनुसंधानकर्ता, तकनीकी टीम एवं महिला पुलिस टीम को शामिल किया गया. टीम द्वारा पिछले एक पखवाड़ा से सघन जांच की गयी है. जिसमें कई चौकाने वाली बातें सामने होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. मृतक की पत्नी इस हत्या को जमीन से जोड़कर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. सूत्र बताते हैं कि धर्मेंद्र कुमार साव की हत्या जमीन से जुड़े होने के कारण ही की गया है. पुलिस की जांच लगभग अंतिम चरण में बताया जा रहा है. मामले में पुलिस कभी भी चौंकाने वाली बात को लेकर लोगों के सामने आ सकती है. थानाध्यक्ष नसीम अहमद का कहना है कि जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी होने वाली ही है. जल्द ही इस हत्या के रहस्य को सामने लाया जायेगा. ज्ञात हो कि 21 जनवरी को धर्मेंद्र साव की हत्या गया-हावड़ा एक्सप्रेस के किऊल से खुलने के बाद कुछ हो दूरी पर शूटर द्वारा गोली मारकर कर दी गयी थी. हत्या को लेकर पुलिस के द्वारा कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गयी है. पुलिस द्वारा हत्या में गिरफ्तारी के बाद ही हत्याकांड का असली कारण सामने आ सकता है.
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