लखीसराय. कला एवं संस्कृति विभाग बिहार सरकार के तत्वावधान में नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 80 अशोक धाम मोड़ स्थित लखीसराय संग्रहालय परिसर में 18 मई से अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के मौके पर साप्ताहिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है. इसके तहत गुरुवार को छठे दिन ‘ संग्रहालय की प्रासंगिकता’ विषय पर स्कूली बच्चों के बीच वाद विवाद प्रतियोगिता हुई. इसमें जिले के सरकारी व निजी विद्यालयों सहित पड़ोसी जिला जमुई के स्वामी विवेकानंद आवासीय विद्यालय सिमुलतला के कुल 225 छात्र-छात्राओं, अभिभावकों व शिक्षिकाओं ने भाग लिया. मौके पर आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए लखीसराय संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार यादव ने ‘ संग्रहालय की प्रासंगिकता’ पर विषय प्रवेश कराते हुए बताया कि संग्रहालय हमारी धरोहरों को संजोकर हमें उससे रू-ब-रू होने का अवसर प्रदान करता है. संग्रहालय हमें अपने इतिहास से परिचय कराता है. वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ कराते हुए डॉ मनोज कुमार चौधरी ने पहली से 12वीं तक बच्चों को तीन स्तरों में बांटकर क्रमश: पहली से पांचवीं, छठी से आठवीं तथा नौवीं से 12वीं में बांटकर आरोही क्रम में सर्वप्रथम पहली से पांचवीं तक के बच्चों को मंच पर बुलाकर पक्ष-विपक्ष का विचार आमंत्रित किया. वहीं उसके बाद छठी से आठवीं व नौवीं से 12वीं के बच्चों को बुलाया गया.सभी स्तर पर बच्चों ने भी प्रभावी तरीकों से अपने अपने विचार रखे. इसमें नौवीं से 12वीं तक के बच्चों ने बड़े ही मजेदार अंदाज में उत्साहित होकर तार्किक तरीके से अपने विचारों की प्रस्तुति दी. इसे उपस्थिति लोगों ने काफी सराहा. मौके पर सिमुलतला के प्राचार्य, शिक्षकों व अभिभावकों ने कार्यक्रम की काफी सराहना की तथा इस तरह के कार्यक्रम को निरंतर आयोजित किये जाने की बात कही. मौके पर बालगुदर प्लस टू उच्च विद्यालय के शिक्षक संजय कुमार, रश्मि प्रभा, मधुसूदन प्रसाद, अजीज फातमा सहित प्रज्ञा विद्या विहार के निदेशक रंजन कुमार सहित संग्रहालय के कर्मी उपस्थित थे.
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