चौथी सोमवारी पर साढ़े तीन लाख भक्तों ने किया जलाभिषेक
सावन के चौथी सोमवारी पर अशोक धाम में इस सावन महीने की चौथी सोमवार को श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ पड़ी.
लखीसराय. भगवान भोलेनाथ के लिए अति प्रिय माह सावन के चौथी सोमवारी पर अशोक धाम में इस सावन महीने की चौथी सोमवार को श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ पड़ी. मंदिर प्रशासन की मानें तो चौथी सोमवार को साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा इंद्रदमनेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया. सोमवार की अहले सुबह से ही आस्था का जनशैलाव अशोक धाम में उमड़ पड़ा था. जिसमें काफी मात्रा में बड़हिया एवं सिमरिया से पवित्र गंगाजल लेकर पैदल अशोक धाम पहुंचने वाले बोल बम शामिल थे. सोमवारी पूजन एवं दर्शन में महिलाओं खासकर युवतियों की अच्छी भीड़ देखी जा रही थी. स्थिति यह था कि मंदिर परिसर में प्रवेश को लेकर बनाये गये बैरिकेडिंग से अधिक बाहर सड़क पर अशोक धाम रेलवे हॉल्ट रेलवे लाइन को लगभग छूते हुए जलाभिषेक को लेकर भक्त जनों की कतार लगी हुई थी. जहां तक मंदिर ट्रस्ट द्वारा की गयी बैरिकेडिंग एवं पंडाल के साथ सुरक्षा व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं कराया गया था. इतना ही नहीं मुख्य मंदिर से सटे नंदी और पार्वती मंदिर में भी पूजा अर्चना को लेकर पुलिस के देखरेख में कतार की व्यवस्था करनी पड़ी थी. हर हर महादेव और बोल बम के जयकारे से चारों दिशाएं गुंजायमान हो रही थी.
भीड़ नियंत्रण को लेकर की गयी थी व्यापक व्यवस्था
अशोक धाम में भीड़ नियंत्रण को लेकर प्रत्येक सोमवारी पर विशेष व्यवस्था की जाती है. एनएच 80 उत्तरी छोर एवं बीएड कॉलेज दक्षिणी छोर पर ही वाहनों को रोक दिया गया था. जबकि मंदिर में प्रवेश करने को लेकर परिसर के दक्षिणी प्रवेश द्वार से रेलवे लाइन की ओर लगभग पांच सौ मीटर से भी अधिक दूरी तक महिला पुरुष अलग-अलग कतार को लेकर बैरिकेडिंग किया गया था. जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये अलग-अलग जगह पर मजिस्ट्रेट की निगरानी में लगभग दो सौ सुरक्षा बल के अतिरिक्त लगभग सभी जगह एसएसबी के जवानों को भीड़ नियंत्रण एवं निगरानी को लेकर मोर्चा संभालना पड़ा था. पूरा मंदिर परिसर एवं गर्भगृह को सीसीटीवी कैमरे के निगरानी में रखने के बावजूद श्री इंद्रदमेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग की सुरक्षा को लेकर जालीनुमा घेरा लगा रखा गया था. गर्भगृह में श्रद्धालुओं को अधिक समय न लेने को लेकर महिला पुलिस के साथ, स्काउट एंड गाइड के लड़के-लड़कियां, एसएसबी महिला जवान, एसडीआरएफ श्रद्धालु को तैनात किया गया था, जो भक्तों के सुरक्षा के साथ-साथ भीड़ नियंत्रण के कार्य में मुस्तैदी से लगे हुए थे. यहां तक कि मंदिर ट्रस्ट के सचिव डॉ अमित कुमार स्वयं गर्भगृह में रहकर स्थिति नियंत्रण में लगे हुए थे. मंदिर के पुजारी के अनुसार अनियंत्रित भीड़ को लेकर निर्धारित चार बजे सुबह से पूर्व ही मंदिर का पट खोल देना पड़ा. ट्रेन से या पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का एकमात्र प्रवेश द्वार तक पहुंचने में ही दो घंटे से अधिक का समय लग रहा था. ऊपर से मंदिर परिसर में घुमावदार बैरिकेडिंग व्यवस्था से श्रद्धालुओं के पसीने छूट रहे थे. पवित्र नदी घाट से गंगाजल भरकर पहुंच रहे भक्त श्रद्धालु भीड़ को देख पूजन सामग्री खरीदने में समय न व्यतीत कर कतार में लग जाना ही श्रेयष्कर समझ रहे थे. जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना को लेकर लोग उतावले दिख रहे थे. मंदिर परिसर के अंदर एवं बाहर तक भी सिर्फ बोल बम और हर हर महादेव और बोल बम की गूंज ही सुनाई पड़ रहा था.
डीएम, एसपी सहित जिले के अनेक अधिकारियों ने मंदिर में किया कैंप
सोमवार को पूर्व से अनुमानित अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए डीएम रजनीकांत, एसपी पंकज कुमार, एडीएम सुधांशु कुमार, डीडीसी कुंदन कुमार, एसडीओ चंदन कुमार, एसडीपीओ शिवम कुमार सहित जिला के अनेक अधिकारी सुबह से मंदिर में कैंप किये रहे. भीड़ को देखते हुए डीएम, एसपी व अन्य अधिकारी मंदिर के पीछे शिवगंगा के समीप तुनमुहानी के समीप बनाये गये कंट्रोल रूम में पहुंच कर भीड़ का जायजा लिया. मंदिर ट्रस्ट के वरीय सदस्य डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा के अनुसार जिले के प्राय: सभी वरीय अधिकारी सोमवार को मंदिर पहुंच कर भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना के साथ साथ भीड़ को नियंत्रित करने की निगरानी करते रहे. सोमवार की शाम चार बजे के बाद तक भक्तों को बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक व पूजा अर्चना करते देखा गया.श्रद्धालुओं ने विभिन्न शिवालयों में भी की पूजा-अर्चना
लखीसराय. सावन की चौथी सोमवारी पर कड़ी सुरक्षा के बीच अशोक धाम में श्रद्धालुओं के द्वारा जलाभिषेक किया गया. अशोक धाम मंदिर पुलिस बल की तैनाती से पूरी तरह पुलिस छावनी में बनी रही. वहीं जगह-जगह दंडाधिकारी भी तैनात दिखाई दिये. अशोक धाम के दोनों मुख्य रास्ते को सील कर दिया गया. बाइपास की ओर से बीएड कॉलेज के समीप लोगों को बाइक एवं चार पहिया वाहन को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया. लोग बाइक व चार पहिया वाहन बीएड कॉलेज के पास लगाकर पैदल ही अशोक धाम पहुंचे. वहीं एनएच 80 स्थित बालगुदर के समीप ही पुलिस बल तैनात कर बाइक एवं चार पहिया वाहन पर नो एंट्री लगा दिया गया. लोग अपने-अपने वाहन को जिला प्रशासन के द्वारा बनाये गये स्टैंड में खड़ा कर पैदल ही मंदिर की जाते दिखे. इस दौरान बोल बम के नारे से वातावरण गुंजयमान होते रहा.
श्रद्धालुओं ने गांव व शहर के शिवालयों में की पूजा-अर्चना
श्रद्धालुओं ने गांव एवं शहर के शिवालय में पहुंचकर पूजा-अर्चना की. जहां महिला श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक देखा गया. शहर के विद्यापीठ चौक के अलावा सदर प्रखंड परिसर, थाना चौक आदि जगहों के शिवालयों में पूजा अर्चना की गयी. कुछ श्रद्धालु सोमवारी को लेकर फलहारी एवं बिना अन्न जल के उपवास रखकर के पूजा अर्चना की. चौथी सोमवारी में श्रद्धालुओं की अन्य सोमवारी के मुकाबले काफी भीड़ देखी गयी. सुबह से ही महिला एवं पुरुष श्रद्धालु बोल बम के नारा लगाते हुए एनएच 80 के विद्यापीठ चौक से लेकर बड़हिया रोड तक देखे गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है