सूर्यगढ़ा.
राज्य सरकार की मंशा है कि थाना स्तर पर जनता दरबार का आयोजन कर भूमि संबंधी विवाद का निबटारा किया जाये, लेकिन जनता दरबार में भूमि विवाद का प्रभावी समाधान नहीं हो पाने की वजह से इसमें लोगों की दिलचस्पी लगातार कम होती जा रही है. थाने में आयोजित जनता दरबार में मामले की सुनवाई नहीं हो पा रही है. शनिवार को आदर्श थाना सूर्यगढ़ा में राजस्व कर्मचारी अभिषेक कुमार द्वारा जनता दरबार में मामले की सुनवाई की गयी. जनता दरबार में न कोई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे और न ही अंचलाधिकारी. राजस्व कर्मचारी ने बताया कि सूर्यगढ़ा थाने में आयोजित जनता दरबार में भूमि विवाद के तीन नये मामले आये, जिसमें नोटिस कर दोनों पक्षों को अगली तिथि पर बुलाया गया है. एक भी मामले में दोनों पक्षकार उपस्थित नहीं हुए. इससे किसी भी मामले की सुनवाई नहीं हो पायी.हलसी प्रतिनिधि के अनुसार,
हलसी थाना कार्यालय में शनिवार को भूमि विवाद के निबटारे को लेकर जनता दरबार लगाया गया. इसकी अध्यक्षता सीओ अंजलि ने की. इस दौरान कुल आठ मामले की सुनवाई की गयी. जिसमें पांच पुराने मामले में उपस्थित दोनों पक्ष की सुनवाई करते हुए ऑन द स्पॉट निष्पादन कर दिया गया. जबकि जनता दरबार में तीन नये मामले प्राप्त हुए. इसमें दोनों पक्ष की उपस्थिति के लिए नोटिस भेजी गयी है.जनता दरबार : बड़हिया में तीन व वीरूपुर में एक मामले का निष्पादन
बड़हिया.
भूमि विवाद के मामले के निष्पादन को लेकर बड़हिया थाना परिसर में शनिवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. जनता दरबार में आये आवेदन का अंचलाधिकारी राकेश आनंद व थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने संयुक्त रूप से निष्पादन किया. सीओ ने बताया जमीन विवाद में दोनों पक्षों के जरूरी कागजात के जांच उपरांत व आपसी सहमति के बाद 14 में से तीन मामलों का निष्पादन किया गया. इसमें बड़हिया थाना क्षेत्र के खुटहाडीह में दो व बड़हिया के एक-एक मामले का निष्पादन किया गया. वहीं वीरूपुर थाना में आयोजित जनता दरबार में तीन में से एक मामले का निष्पादन किया गया. जबकि जनता दरबार में नये आवेदन भी आये. इसमें दोनों पक्षों को नोटिस करने हेतु निर्देशित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है