हमसफर एक्सप्रेस से कटकर तीन सगी बहनों की दर्दनाक मौत
ट्रेन से उतरकर वह रेल लाइन पार कर निकल रही थी, इसी दौरान हमसफर ट्रेन की चपेट में आ गयी.
किऊल-जमुई रेलखंड के शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर गुरुवार दोपहर की घटना
पटना-जसीडीह मेमू ट्रेन से उतरने के बाद रेल लाइन क्रॉस करने के दौरान हुआ हादसा
एक श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गोपालपुर गांव जाने के लिए उतरी थी तीनों बहनें
प्रतिनिधि, चानन. किऊल-जमुई रेलखंड के शहीद जितेंद्र हॉल्ट पर गुरुवार की दोपहर दो बजे के बाद 22465 मधुपुर-आनंद विहार हमसफर एक्सप्रेस की चपेट में आने से कटकर तीन सगी बहनों की हृदय विदारक मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि तीनों बहनें 13208 पटना-जसीडीह मेमू पैसेंजर से उतर कर रेल लाइन क्रॉस कर रही थी. इसी दौरान जमुई की ओर से तीव्र रफ्तार से आ रही हमसफर एक्सप्रेस की चपेट में तीन बहनें आ गयी. जिससे ट्रेन से कटने की वजह से तीनों बहनों की एक साथ मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि तीनों बहने अपने चचेरे बहनोई सुरेश मंडल के भाई स्व साधु मंडल के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गोपालपुर जाने को लेकर लखीसराय से पटना-जसीडीह मेमू से शहीद जितेंद्र हॉल्ट पहुंची थी. ट्रेन से उतरकर वह रेल लाइन पार कर निकल रही थी, इसी दौरान हमसफर ट्रेन की चपेट में आ गयी. मृतकों में पिपरिया निवासी बालेश्वर मंडल की 52 वर्षीय पत्नी संतर देवी, सदर प्रखंड के पिरगौरा निवासी दयानंद मंडल की 48 वर्षीय पत्नी राधा देवी व गणपत मंडल की 54 वर्षीय पत्नी चंपा देवी शामिल है. तीनों का शव क्षत- विक्षत स्थिति में रेलवे ट्रैक पर फैल गया. मौके पर मौजूद गेटमैन दीपक कुमार ने बताया कि तीनों महिलाएं मेमू पैसेंजर उतरी थी. पैसेंजर ट्रेन के निकल जाने के बाद रेल ट्रैक पार कर रही थी, इसी दौरान हमसफर आने की वजह से तीनों हड़बड़ा गयी और ट्रेन की चपेट में आ गयी. घटना के बाद मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं साधु मंडल के श्राद्ध कार्यक्रम को भी रोक दिया गया.रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत स्थिति में शव रहने के बावजूद ट्रेन परिचालन होने पर ग्रामीण हुए आक्रोशित, किया एक घंटे रेल परिचालन बाधित
घटना के बाद शव क्षत-विक्षत स्थिति मे रेलवे ट्रेक पर पड़े रहने के बावजूद ट्रेन परिचालन जारी रहने पर ग्रामीण आक्रोषित हो गये और फिर स्थानीय गेट मैन (48सी ) दीपक कुमार के बीच तू-तू मैं-मैं हो गयी. ग्रामीणों का कहना था की जब शव अभी तक रेलवे ट्रैक पर ही पड़ा है, तो फिर ट्रेन का परिचालन नहीं होना था. इसी बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने रेल जाम कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि जब तक रेलवे के आलाधिकारी नहीं आते तब तक न तो शव उठेगा और न ही रेल जाम खत्म होगा. इसी बीच जीआरपी जमुई थानाध्यक्ष मनोज देव द्वारा ग्रामीणों के उचित मांग जिसमें मुआवजे की मांग की गयी थी को लेकर आश्वासन दिये जाने के बाद जाम को हटाया गया. इस बीच लगभग एक घंटे से अधिक समय तक अप लाइन जाम रहा. वहीं किऊल रेल डीएसपी भी मौके पर पहुंच घटना की पूरी जानकारी ली.जमुई जीआरपी थानाध्यक्ष मनोज देव ने बताया कि आगे की जो प्रक्रिया है वह की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए जमुई सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
जदयू जिलाध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मिलकर बंधाया ढांढस
घटना को लेकर पूरे गोपालपुर गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुए है. जदयू के जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल पीड़ित परिवारों से मिलकर भरोसा दिलाया कि वे उनके दुख की घड़ी में हरसंभव मदद दिलाने का प्रयास करेंगे.
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