38 लाख 70 हजार छह सौ रुपये का बिक्री हुआ कृषि यंत्र
प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का समापन हुआ.
सूर्यगढ़ा. प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का समापन हुआ, डीएओ सुबोध कुमार सुधांशु द्वारा समापन सत्र मे मेला में भागीदारी निभाने वाले कर्मियों एवं सहयोगियों को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया. मेला के दूसरे दिन 38 लाख 70 हजार छह सौ मूल्य का कृषि यंत्र वितरित किया गया. जिसमें विभाग द्वारा 11 लाख 40 हजार के अनुदान की राशि भौतिक सत्यापन के बाद भेज दी जायेगी. जबकि पहले दिन लगभग 43 लाख रुपये के कृषि यंत्र की बिक्री हुई थी. मेला के दूसरे दिन फसल अवशेष प्रबंधन के अति महत्वपूर्ण यंत्र स्क्वायर ब्लेयर का विशेष चर्चा करते हुए कहा गया कि पूर्व में फसल अवशेष चार के रूप में उपयोग किया जाता था लेकिन कुछ दिनों से कुछ किसानों द्वारा फसल अवशेष को खेत में ही जला देते हैं, जिससे कि खेतों के उर्वरक शक्ति गायब हो जाती है .मेला में बताया गया कि धान के फसल की कटाई कंबाइन हार्वेस्टर से कटने के बाद कृषकों द्वारा फसल अवशेष को खेत में छोड़कर रबी फसल की उपज अच्छे प्राप्ति कर सकते हैं. वहीं हलसी के कृषि वैज्ञानिक डॉ निशांत प्रकाश एवं डॉ विनोद सिंह के द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक की जानकारी दी गई. किसानों को बताया गया कि आप कैसे आधुनिक तकनीक अपना कर कम लागत में अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. इस दो दिवसीय कृषि यंत्रीकरण मेला में प्रदर्शन के लिए रखे गए विभिन्न तरह की कृषि यंत्र की जानकारी किसानों को दी गयी तथा उन्हें बताया गया कि किस तरह हुए अनुदानित मूल्य पर ऑनलाइन आवेदन कर इन कृषि यंत्रों को अपनी उपयोगिता के मुताबिक खरीदारी कर सकते हैं. इस मेल में किसानों को यंत्रों के उपयोग की अलावे उन्नत किस्म के बीज की जानकारी दी गयी तथा लाभकारी खेती पर बल दिया गया. मेला के कार्यक्रम संचालन में कृषि समन्वयक सुनील कुमार के महत्वपूर्ण भूमिका रही. मेला में रीपर कंबाइंड, रोटावेटर, जीरो टिलेज, पंप सेट, मैन्युअल किट, डिस्क हैरो, राइस मिल, फ्लोर मिल, लपेटा पाइप समेत और यंत्रों की बिक्री की गयी.
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