10 अगस्त से जिले में शुरू होगा सर्व -जन दवा सेवन कार्यक्रम
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर डीएम के मंत्रणा कक्ष में सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी के साथ समन्वय समिति बैठक का आयोजन सिविल सर्जन डॉ बीपी सिन्हा के अध्यक्षता में किया गया.
लखीसराय. फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर डीएम के मंत्रणा कक्ष में सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी के साथ समन्वय समिति बैठक का आयोजन सिविल सर्जन डॉ बीपी सिन्हा के अध्यक्षता में किया गया. इस अवसर पर डॉ सिन्हा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की जिले के सभी बिभाग के लोग आगामी सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में सहयोग दें, ताकि फाइलेरिया उन्मूलन को समुदाय के अंतिम पायदान तक पहुंचाया जा सके. उन्होंने बताया की इस कार्यक्रम में आशा का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है, इस लिए सभी आशा कार्यकर्त्ता का सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर प्रशिक्षण देना अनिवार्य है. राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत एमडीए (आईडीए) कार्यक्रम का 10 अगस्त 2024 से होना सुनिश्चित है. इस जिले में आइवरमेक्टिन एवं डीईसी के साथ अल्बेंडाजोल की दवा घर-घर जाकर खिलायी जायेगी. इस अभियान को लेकर कुल 598 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर टीम एवं 60 सुपरवाइजर का गठन किया गया है. इस टीम के द्वारा पुरे जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम करवाया जाना है.
फाइलेरिया क्या होता है
उन्होंने बतया फाइलेरिया को आम भाषा में हाथीपांव रोग कहा जाता है. यह बीमारी मच्छर के काटने से फैलती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दीर्घकालिक दिव्यांगता की एक बड़ी वजह फाइलेरिया है. यह एक ऐसी घातक बीमारी है, जो शरीर को धीरे-धीरे खराब करती. फाइलेरिया एक परजीवी द्वारा होने वाला रोग है, जो धागा के समान दिखने वाले ””””फाइलेरिओडी”””” नामक निमेटोड के कारण होता है. बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधांशु नारायण लाल, पिरामल, पीसीआई एवं सीफार के जिला प्रतिनधि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है