लखीसराय. शहर में पिछले कई वर्षों से वेंडरों के लिए महत्वाकांक्षी योजना वेंडर जोन निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है. पिछले 10 साल पूर्व ही शहर के विभिन्न जगहों पर वेंडर जोन निर्माण करने के लिए एक प्लान तैयार किया गया था. जिसके तहत विद्यापीठ चौक, पथलाघाट, मछलहट्ठा, सोनिया पोखर, वन विभाग, बाजार समिति, पचना रोड, बाइपास स्कूल के नीचे वेंडर जोन का निर्माण कराया जाना था. जिसके लिए तत्कालीन सीओ संजय कुमार पंडित से एनओसी की मांग की गयी थी, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी नगर परिषद को एनओसी उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके कारण वेंडर जोन का निर्माण नहीं हो सका. वर्तमान के सीओ सुप्रिया आनंद का कहना है कि नगर परिषद द्वारा एनओसी की मांग का पत्र उनके संज्ञान में नहीं होने के कारण एनओसी नहीं दिया गया है. हालांकि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार का कहना है कि एनओसी की मांग दोबारा भी किया गया है.
नगर परिषद में कुल 18 सौ वेंडर को किया गया है रजिस्टर्ड
नगर परिषद के द्वारा शहर के विद्यापीठ चौक से लेकर जमुई मोड़ तक कुल 18 सौ वेंडर को रजिस्टर्ड किया गया है. सभी रजिस्टर्ड वेंडर को वेंडर जोन निर्माण कर उनके नाम से जगह आवंटित करने की बात कही गयी थी, लेकिन ऐसा नहीं होकर वेंडर फुटपाथ पर ही नजर आ रहे हैं. 18 सौ वेंडर में नगर परिषद के द्वारा चार सौ वेंडर को नगर परिषद के द्वारा ऋण भी दिलाया गया. जिससे कि वह अपना व्यवसाय को बढ़ा सके.
अब फुटपाथ वेंडर को अतिक्रमण से जोड़कर बताया जा रहा जाम का कारण
एक तरफ फुटपाथ वेंडर को रजिस्टर्ड कर नगर परिषद के द्वारा उन्हें नगर परिषद का अंग बना लिया गया है तो दूसरी तरफ उसे हटाने के लिए अभियान चलाया जाता है. यही कारण है कि फुटपाथी दुकानदार नगर परिषद के कहने से हटाने के नाम पर उलझ पड़ते हैं. वेंडर जोन जब तक निर्माण नहीं कराया जायेगा तब तक फुटपाथ के वेंडर सड़क के अतिक्रमण नहीं हटायेगा.
बोले अधिकारी
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि साफ-सफाई एवं बस पड़ाव का टेंडर को लेकर हुए व्यस्त है. दोनों का टेंडर होने के बाद वेंडर जोन की फाइलें देखी जायेगी.
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