लखीसराय. शहर में वेंडर जोन निर्माण के लिए नगर परिषद द्वारा कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है. जबकि वेंडिंग जोन निर्माण नहीं होने के कारण शहर में फुटपाथ दुकानदारों ने जगह-जगह अपना कब्जा कर रखा है. फिलहाल तो विद्यापीठ चौक पर अतिक्रमण प्रतिदिन हो रहा है. फुटपाथ दुकानदारों द्वारा विद्यापीठ चौक सूर्यगढ़ा रोड की ओर प्रतिदिन सड़क के किनारे बांस-बल्ली से घेरकर अतिक्रमण किया जा रहा है. वहीं शहर के विद्यापीठ चौक को मुख्य सड़क के किनारे रोज फुटपाथ की दुकानें सजायी जाती है. वहीं रेलवे पुल से दालपट्टी तक मुख्य सड़क को फुटपाथ दुकानों से सजाया जा रहा है. जिससे मुख्य सड़क पर फुटपाथ भी है या नहीं लोगों को पता तक नहीं चल पाता है. फुटपाथ दुकानदारों को जब नगर परिषद के द्वारा हटाया जाता है तो फुटपाथी दुकानदार यह कहकर अड़ जाते हैं कि जब तक वेंडर जोन का निर्माण कर उन्हें दुकान लगाने के लिए नहीं दिया जाता है तब तक वह फुटपाथ पर ही दुकान लगायेंगे. कई बार नगर परिषद के कर्मी एवं फुटपाथ दुकानदार से भिड़ंत भी हो चुकी है और अंत में फुटपाथ दुकानदार से नगर परिषद कर्मियों को पीछे हटना पड़ जाता है.
पांच जगहों को वेंडिंग जोन का निर्माण करने के लिये किया जा चुका है चिन्हित
शहर के पांच जगहों पर वेंडिंग जोन का निर्माण करने के लिए स्थल का चिन्हित किया गया था. सबसे पहले विद्यापीठ चौक के अलावा बाइपास पुल के नीचे, पथला घाट, अष्टघटी मोड़ के साथ-साथ जमुई मोड़ पर वेंडिंग जोन का निर्माण कर फुटपाथ दुकानदारों को वहां पर दुकान लगाने के लिये प्लानिंग की गयी थी, लेकिन नगर परिषद अभी तक वेंडिंग जोन निर्माण करने के लिए असफल रही है. वेंडिंग जोन निर्माण होने को लेकर नगर परिषद में कोई सुगबुगाहट नहीं देखा जा रहा है.
जाम व कूड़े के ढेर का कारण बनती है फुटपाथ की दुकान
सड़क जाम एवं कूड़ा के कारण फुटपाथी दुकानदार माना जाता है. सब्जी एवं फल समेत खाने पीने का अन्य समान बेचने वाले कचरा को जहां जी चाहे फेंक देते हैं. सफाई कर्मियों की नजर कूड़ा पर पड़ी तो उठा लेते है, नहीं दो चार दिन बाद स्थानीय दुकानदार द्वारा जब नगर परिषद को शिकायत किया जाता है तो काफी मशक्कत के बाद वहां से कूड़ा हटाया जाता है. विद्यापीठ चौक के मध्य विद्यालय इंग्लिश के गेट के आगे फेंके गये कभी कभी कूड़ों से जब दुर्गंध आने लगता है. तब लोगों के द्वारा शिकायत करने पर कूड़ा को उठाया जाता है. एक तरफ फुटपाथी दुकानदार के अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. वहीं नगर परिषद को फुटपाथ दुकान से राजस्व भी प्राप्त हो रहा है. जबकि वेंडर जोन के निर्माण होने से फुटपाथ दुकानदार से होल्डिंग टैक्स भी प्राप्त हो सकता है.बोले अधिकारी
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि अभी तक वेंडिंग जोन के लिए सीओ से एनओसी की मांग की गयी है. एनओसी की प्राप्ति होने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है