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हादसे में घायल हुई कार्यपालक सहायक मीनू मल्होत्रा की चंदा कर बचायी गयी जान

हादसे में घायल हुई कार्यपालक सहायक मीनू मल्होत्रा की चंदा कर बचायी गयी जान

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2024 11:22 PM

रामगढ़ चौक प्रखंड कार्यालय में कार्यपालक सहायक स्वच्छता के पद है मीनू कार्यरत मीनू का बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में चल रहा है इलाज फोटो संख्या 03- इलाजरत कार्यपालक सहायक मीनू मल्होत्रा. प्रतिनिधि, रामगढ़ चौक प्रखंड अंतर्गत प्रखंड कार्यालय में कार्यरत कार्यपालक सहायक स्वच्छता सह लखीसराय पंजाबी मोहल्ला निवासी स्व बालदेव कुमार मल्होत्रा की पुत्री मीनू मल्होत्रा के बीते 10 जून को जिला से अपने घर वापस पैदल जाने के क्रम में अचानक पचना रोड स्थित एक तीन मंजिली पर लगे बोर्ड का अचानक गिर जाने से मीनू मल्होत्रा के सिर में काफी चोट आयी और वह गंभीर रूप से घायल हो गयी. स्थानीय लोगों एवं प्रखंड कर्मियों की सहायता से इलाज हेतु लखीसराय प्राइवेट क्लिनिक ले जाया गया. जहां स्थिति गंभीर रहने के कारण तुरंत उन्हें रेफर कर दिया गया. फिर बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय निजी क्लिनिक ले जाया गया. मीनू मल्होत्रा के ऊपर एक छोटी बहन की जिम्मेदारी एवं घर चलाने का दायित्व है. इस स्थिति में उसका इलाज करना संभव नहीं था. इस संबंध में रामगढ़ चौक के सभी प्रखंड कर्मी व जिला के कार्यपालक सहायकों के द्वारा बीडीओ गौतम कुमार सिन्हा की अगुवाई में सभी सहकर्मियों ने आपस में चंदा इकट्ठा किया. जिसमें जिले के भी कई कार्यपालक सहायक एवं उच्च पदाधिकारी व सूर्यगढ़ा प्रखंड के सहायकों के द्वारा आर्थिक मदद सामूहिक रूप से की गयी. जिसके उपरांत अच्छी मोटी रकम खर्च कर रामगढ़ चौक के कार्यपालक सहायक मीनू मल्होत्रा की जान बचायी गयी. जो काफी सराहनीय एवं अनुकरणीय कदम था. निकट भविष्य में इससे सीख लेने की आवश्यकता है. इस संबंध में जानकारी देते हुए अब खतरे से बाहर आ चुकी कार्यपालक सहायक मीनू मल्होत्रा ने बताया कि अगर उसे अपने प्रखंड कर्मी एवं जिला के सहकर्मी वह पदाधिकारी के द्वारा आर्थिक सहयोग नहीं मिलता तो शायद उसकी जिंदगी नहीं बच पाती. वह इसके लिए सभी को जितना भी धन्यवाद करेंगी वह काम होगा. इसकी जानकारी देते हुए रामगढ़ चौक बीडीओ एवं प्रधान सहायक अमन कुमार ने बताया कि हादसे की शिकार हुई मीनू मल्होत्रा की स्थिति गंभीर हो गयी थी. ब्रेन हेमरेज की स्थिति उत्पन्न हो चुकी थी. उस समय हम लोगों के द्वारा सभी लोगों से आग्रह कर काफी मोटी रकम चंद के रूप में इकट्ठा किया गया. तब जाकर उसकी जान बची. अब वह पूर्ण रूपेण खतरा से बाहर है एवं बेगूसराय निजी क्लिनिक में भर्ती हैं.

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