गंगा व सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी
गंगा व उसकी सहायक नदियों का जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है. गंगा और हरूहर नदी का पानी उफान पर है.
बड़हिया. गंगा व उसकी सहायक नदियों का जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है. गंगा और हरूहर नदी का पानी उफान पर है. बड़हिया प्रखंड के टाल एवं दियारा क्षेत्र में जलस्तर में भी बढ़ोतरी जारी है. गंगा नदी की तेज धाराओं से दियारा क्षेत्र के कई स्थानों पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है. शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र का जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. हजारों एकड़ में लगी फसलें पूरी तरह से डूब गयी है. शनिवार को बड़हिया में गंगा का जलस्तर शुक्रवार के मुकाबले में चार इंच की बढ़ोतरी हुई है, वहीं टाल क्षेत्र में तीन इंच के बढ़ोतरी हुई है. नगर क्षेत्र के वार्ड संख्या 6, 7, 12, 13, 14, 16, 20, 26 आदि के निचले इलाके के सड़कें पानी में डूबी हुई है. बड़हिया प्रखंड के खुशहाल टोला, सिकंदरपुर, बोधिटोला, गोलभट्टा, गढ़टोला, खुटहा पूर्वी व पश्चिम सहित गांव के घरों में आये गंगा का पानी अब घुटने तक पानी पहुंच चुका है. बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए शहर में दो जगहों पर राहत शिविर लगाया गया है.
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लिया राहत शिविर का जायजा, पीड़ितों का जाना हाल
शनिवार को स्थानीय विधायक सह सूबे के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बड़हिया पहुंच दोनों शिविरों का जायजा लिया. जहां बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि दो समय खाना तो दिया जाता है लेकिन सुबह शाम में नाश्ता नहीं दिया जाता है. बच्चे भूखे प्यासे रहते हैं. किसी तरह खाने का व्यवस्था कर बच्चे को खिलाते हैं. वहीं कहा कि उन लोगों के साथ जो हो रहा है तो हो ही रहा है, लेकिन उनके पशु को भी काफी परेशानी हो रही है. जिस पर उपमुख्यमंत्री ने सीओ को इस संबंध में निर्देशित किया और सारी व्यवस्था पहुंचाने की बात कही.जिले के 15 पंचायत हैं बाढ़ से प्रभावित: डीएम
लखीसराय. बाढ़ की त्रासदी का असर और जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत व बचाव कार्य को लेकर जिला समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में डीएम मिथिलेश मिश्र के द्वारा शनिवार की शाम प्रेस वार्ता कर पूरी जानकारी दी गयी. डीएम ने बताया कि फिलहाल इस जिले के कुल 15 पंचायत आंशिक या पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ से राहत के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गयी हैं. एसडीआरएफ की कुल चार टीमें के लखीसराय पहुंचने पर बड़हिया एवं सूर्यगढ़ा में इसकी तैनाती की गयी है. जिले में कुल तीन राहत शिविर जिसमे सामुदायिक रसोई केंद्र भी संचालित है. आवश्यकतानुसार पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है.
सदर प्रखंड के चार गांव बाढ़ से प्रभावित, सीओ ने किया निरीक्षण
लखीसराय. जिले में बाढ़ का प्रकोप लगातार दिखा रहा है. जिसने अब सदर प्रखंड के चार पंचायतों को अपनी चपेट में लेने के साथ ही लखीसराय नगर परिषद क्षेत्र में प्रवेश कर गया है. जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के अमहरा, बालगुदर, साबिकपुर एवं गढ़ी विशनपुर पंचायत आधा दर्जन से अधिक गांवों के बाद नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर छह एवं पथला घाट में बसे नगर परिषद के सफाई कर्मियों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. जहां सदर प्रखंड के गांवों में अंचलाधिकारी सुप्रिया आनंद के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारी राम कुमार एवं कुंदन कुमार के द्वारा स्थिति को लेकर निरीक्षण किया गया. इस दौरान अंचल कर्मियों के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को लाभ पहुंचाने के लिए लाभुकों की सूची तैयारी की जा रही थी.
दियारा को जलमग्न करने के बाद अब शहर की ओर रुख कर रही गंगा
सूर्यगढ़ा. गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. दियारा क्षेत्र को जलमग्न करने के बाद अब गंगा अपना रुख शहर की ओर कर रही है. हालत यह है कि अब शहरी क्षेत्र में भी बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है. जिससे प्रशासन की चिंता काफी बढ़ गयी है. सूर्यगढ़ा नगर परिषद क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में गंगा सुरक्षा तटबंध को लांघकर आबादी वाले इलाके में प्रवेश कर रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि संतोष की बात यह है कि शनिवार की सुबह 10 बजे से जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार थमी है. इधर, कटेहर गांव में सुरक्षा तटबंध की नदी साइड बसे महादलित मल्लिक टोला के लोगों की मुश्किल है काफी बढ़ गयी है.
पिपरिया में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी, विधायक ने लिया जायजा
सूर्यगढ़ा. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण पिपरिया क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. सैदपुरा पंचायत के कुछ भाग छोड़कर पूरा पिपरिया प्रखंड बाढ़ की चपेट में है. यहां प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाके में खाने-पीने सहित अन्य जरूरत की सामग्री भेजी जा रही है. शनिवार को सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव ने नाव से पिपरिया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित पथुआ, कन्हारपुर, डीह पिपरिया, बसौना, पथला आदि गांव का दौड़कर वहां की स्थिति की जानकारी ली. विधायक ने बाढ़ पीड़ित परिवारों को यथोचित सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. कई परिवारों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो रही है. इधर, पिपरिया थाना में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.
बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सूखा राशन देने की पैकिंग शुरू
लखीसराय. जिले के बड़हिया एवं पिपरिया प्रखंड क्षेत्र के साथ-साथ सदर प्रखंड क्षेत्र के भी कई गांव बाढ़ की विभिषिका झेल रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक किचन की व्यवस्था तो की ही गयी है. साथ ही वैसे पीड़ित परिवार जो अपने घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं. उनके लिए जिला प्रशासन द्वारा सूखा खाद्य सामग्री की पैकिंग कर वितरण व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इस संबंध में आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने बताया कि सूखा चूड़ा, सत्तू आदि के साथ आवश्यक दवा भी इस पैकेट में उपलब्ध रहेगा. इसे चिन्हित पीड़ित क्षेत्र में नाव के सहारे पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी.किऊल नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि से दहशत में लोग
मेदनीचौकी. किऊल नदी में बाढ़ का पानी लगातार वृद्धि होने के कारण तटवर्ती आवासीत लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. मेदनीचौकी क्षेत्र के रसुलपुर, सलारपुर, मिल्की, देवघरा बंशीपुर, खावा, पहाड़पुर, हुसैना व अवगिल गांव आदि किऊल नदी का तटवर्ती गांव है. यहां के ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को भी बाढ़ के पानी में चार ईंच की वृद्धि हुई. बाढ़ का पानी नदी के सुरक्षा तटबंध में सटा हुआ है. तटबंध के किनारे वाले घरों में पानी रिसना शुरू हो गया है. नदी में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए किनारे बसे लोग काफी भयभीत बने हुए हैं. वहीं फसलों के साथ-साथ चारा भी डूब कर नष्ट हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है