आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए महिलाओं को किया प्रेरित
जिला महिला एवं बाल विकास निगम के मार्गदर्शन में सौ दिन विशेष जागरूकता अभियान के तहत सखी वार्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
लखीसराय. जिले के हलसी प्रखंड के हलसी उच्च विद्यालय में मंगलवार को जिला महिला एवं बाल विकास निगम के मार्गदर्शन में सौ दिन विशेष जागरूकता अभियान के तहत सखी वार्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें कस्तूरबा टाइप फोर के छात्राओं ने भी भाग लिया. विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामानुज सिंह ने कार्यक्रम का शुरुआत जिला हब, वन स्टॉप सेंटर एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय के पदाधिकारी के साथ सामूहिक रूप से फीता काटकर किया. अधिकारियों के सम्मान में छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया. वन स्टॉप सेंटर के केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि हिंसा से बिल्कुल डरना नहीं है. हिंसा मतलब सिर्फ मारपीट ही नहीं होता, ताना मारना, गाली देना, मानसिक रूप से प्रताड़ित करना या ऐसा कोई भी बात जिससे मन की भावना आहत हुई हो वो सभी बातें हिंसा के दायरे में आता है. हिंसा कई प्रकार के होते हैं, लेकिन मुख्य रूप से हिंसा तीन प्रकार के होते हैं. जैसे शारीरिक हिंसा, मानसिक हिंसा और आर्थिक हिंसा. हिंसा से पीड़ित या प्रताड़ित कोई भी महिला या किशोरी बिना भय के वन स्टॉप सेंटर आकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं. जिस पर शिकायत के आलोक में आरोपी के खिलाफ तत्परता व गंभीरता के साथ कार्रवाई की जाती है. जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि हिंसा के आलावा किशोरी या महिला को अन्य मदद के लिए समाहरणालय में जिला हब कार्यालय स्थापित किया गया है. जिसके माध्यम से महिला या किशोरी अपनी समस्या को दर्ज कर सकते हैं. जिसे संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर दूर किया जा सकता है. महिला हेल्पलाइन नंबर 181 के बारे में जानकारी दिया गया कि यदि महिला या किशोरी को अचानक हिंसा से संबंधित कोई समस्या है, तो इस नंबर पर शिकायत दर्ज कर मदद लें सकते हैं. 112 टोल फ्री नंबर से भी आपातकालीन मदद ले सकते हैं. आयुष्मान कार्ड के बारे में बताया गया कि 18 जुलाई से सभी गांव में जनवितरण प्रणाली के दुकान या सीएससी में निशुल्क बनाया जा रहा है. जिसका लाभ विभिन्न अस्पतालों से पांच लाख तक मुफ्त इलाज कराने में ले सकते हैं. बचे हुए राशन कार्ड धारक 31 जुलाई तक निशुल्क आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं. मौके पर लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार, प्रखंड समन्वयक कन्हैया कुमार, महिला पर्यवेक्षिका आशा कुमारी, शिक्षिका अनुप्रिया कुमारी, नैंसी कुमारी एवं शिक्षक बलराम कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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