बच्चों का लक्ष्य निर्धारण व शिक्षकों को समर्पित होने की आवश्यकता: डीएम
जिला मुख्यालय विद्यापीठ चौक के निकट एक निजी सभागार में बुधवार को तीन दिनों तक आयोजित होने वाली प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत कार्यशाला शुरू हुआ.
प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू
लखीसराय. जिला मुख्यालय विद्यापीठ चौक के निकट एक निजी सभागार में बुधवार को तीन दिनों तक आयोजित होने वाली प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत कार्यशाला शुरू हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम मिथिलेश मिश्र, डीईओ यदुवंश राम एवं अन्य द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया. डीएम ने अपने संक्षिप्त संबोधन में सभी को नये साल और नये सत्र की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी विकसित भारत और विकसित बिहार की कामना करते हैं. इसके लिए हमें बच्चों के लिए लक्ष्य निर्धारित करने और उस लक्ष्य के प्रति सभी शिक्षकों को समर्पित होने की आवश्यकता है. बच्चों की समझ विकसित करने के लिए प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण माध्यम है. इससे बच्चों को करके सीखने का मौका मिलेगा. इससे बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद मिलेगी. डीईओ यदुवंश राम ने कहा कि पिछले छह महीने के अनुभव के बाद मैं यह कह सकता हूं कि लखीसराय जिला का प्रदर्शन पहले से काफी बेहतर हुआ है. विद्यालय के भ्रमण के दौरान विद्यालयों में पीबीएल के माध्यम से बच्चे को प्रोजेक्ट बनाते और सीखते देखा है. यह देखकर खुशी हो रही है कि शिक्षक बच्चों के सीखने का एक बेहतर माहौल देने के लिए प्रयास कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के माध्यम से लखीसराय जिला के 291 मध्य विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत विज्ञान एवं गणित विषय को प्रोजेक्ट आधारित पढ़ाई के माध्यम से सुगम एवं रोचक बनाते हुए, शिक्षण द्वारा 21वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक चिंतन, सहयोग, रचनात्मकता एवं संवाद कौशल को और विकसित करने का प्रयास किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है