बिहार की राजनीति विपक्षी एकता की बैठक से पहले लगातार गरम होती जा रही है. एक तरफ भाजपा बैक टू बैक रैली की तैयारी में है. वहीं, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने भजपा पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा है कि इडी, सीबीआइ दमन के हथियार बन गये हैं तो भाजपा वाशिंग मशीन बन गयी है. उन्होंने तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की इडी द्वारा की गयी गिरफ्तारी को भाजपा की साजिश बताया. साथ ही कहा कि अपने राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करने के लिए भाजपा अब खुल कर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने लगी है. इडी और सीबीआइ से वह चुन-चुन कर विपक्षी नेताओं का शिकार कर रहे हैं, दूसरी तरफ बृजभूषण सिंह जैसे इनके बाहुबली नेताओं को खुली छूट मिली हुई है. यह देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था पर मंडराते खतरे को दिखाता है, जिसे जनता कभी स्वीकार करने वाली नहीं है.
ललन सिंह ने कहा कि दरअसल भाजपा का पूरा तंत्र आज दाग लगाओ और साफ करो की नीति पर काम कर रहा है. पहले यह जांच एजेंसियों के जरिये अन्य पार्टियों के नेताओं के दामन पर भ्रष्टाचार या अन्य अपराधों के दाग लगवा कर उन्हें अपने पाले में आने को मजबूर करते हैं और जैसे ही वह नेता भाजपा में शामिल होता है, जांच एजेंसियां उन्हें ‘क्लीन चिट’ के पाउडर से साफ़ कर देती हैं. बाद में नमो मन्त्र का जाप उन्हें राष्ट्रवादी भी बना देता है. नारायण राणे, सुवेंधु अधिकारी, हिमंत बिस्वा सरमा, भावना गवली, यशवंत जाधव, यामिनी जाधव, प्रताप सरनाईक और बीएस येदियुरप्पा जैसे कई नेताओं पर पहले भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे. खुद भाजपा के बड़े नेता मंचों से उनके खिलाफ बोलते थे. लेकिन जैसे ही यह भाजपा में शामिल हुए, जांच एजेंसियों ने सबके खिलाफ जांच बंद कर दी.
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बता दें कि आपातकाल की बरसी से एक दिन पहले यानी 24 जून को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा झंझारपुर से समाजवादियों को इसकी याद दिलायेंगे. वहीं, 29 जून को पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को उनके चुनाव क्षेत्र मुंगेर लोकसभा के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में जाकर चुनौती देंगे.