अमित शाह के बिहार दौरे के बाद JDU-BJP के बीच सियासी तिकड़मबाजी जारी, ललन सिंह ने 10 सवालों का मांगा जवाब

Bihar politics: बिहार की राजनीति को देखकर इस वक्त ऐसा लग रहा है. जैसे कोई जंग छिड़ी हो. जिसमें सभी सूरमा अपने-अपने हथियारों का पूरा इस्तेमाल कर रहे हों. अमित शाह से लेकर ललन सिंह के बयानों की हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल ये चुभने वाला ऐसा वार-पलटवार है. जिस पर सबकी नजरें टिक गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2022 5:00 PM
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Bihar politics: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीते दिनों सीमांचल दौरे पर थे. पूर्णिया में हुई जनसभा में गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), लालू यादव और तेजस्वी यादव को निशाना बनाया था. अमित शाह के बायनों पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार किया था. इस पर बीजेपी सांसद सुशील मोदी मैदान में बीजेपी का बचाव करने के लिए उतरे थे और उन्होंने ललन सिंह के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया था. जिसके बाद अब ललन सिंह ने बीजेपी नेता सुशील मोदी से सावल पूछे हैं.

ट्वीट कर पूछा ये सवाल

सियासी वार-पलटवार के क्रम को आगे बढ़ाते हुए जदयू नेता ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘सुशील मोदी जी, तथ्यों का जवाब तथ्यों से दीजिए. आपके आका गृहमंत्री अमित शाह जी जुमलेबाजी कर रहे हैं. अब देश जुमलेबाजों से नहीं, हकीकत से चलेगा. 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा…इंतजार कीजिए’…

तथ्यों का जवाब तथ्यों से दीजिए- ललन सिंह
  • 1. गृहमंत्री अमित शाह ने 2020 के चुनाव में साजिश की थी या नहीं?

  • 2. आईआरसीटीसी आरोप पत्र 2017 में दायर हुआ था कि नहीं? यदि हां तो 2022 तक क्या हुआ? उसका कुछ नहीं हुआ, तो क्या यह साजिश नहीं थी?

  • 3. पूर्णिया हवाई अड्डा बनकर तैयार हुआ है या नहीं? देश के जुमलेबाज गृहमंत्री तो बोल रहे हैं कि बनकर तैयार हो गया है.. भाई बजाओ ताली.

  • 4. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज बिहार सरकार के खजाने से बना जिसका श्रेय जुमलेबाज गृहमंत्री लेना चाहते हैं, क्यों?

  • 5. सुशील जी, आप भागलपुर से एक बार सांसद रहे, किसकी कृपा से जीते थे? हम बताएं या फिर आप खुद बताएंगे?

  • 6.जरा यह भी बताईए कि जदयू से गठबंधन से पहले भाजपा कितनी सीटों पर जीतती थी और गठबंधन के बाद कितनी, बौखलाइए मत 2024 में पता चल जाएगा, आंसू बहाने लायक भी नहीं रहिएगा.

  • 7. मेरी व्याकुलता मंत्री बनने में नहीं बल्कि पार्टी को बचाने में थी जिसके खिलाफ आप लोग षड्यंत्र कर रहे थे. मंत्री बनना जिनके जीवन की अंतिम इच्छा थी उनको आप लोगों ने अपने साथ मिलाकर जदयू को खत्म करने का षड्यंत्र किया, क्या यह सत्य नहीं है?

  • 8. 2005 में जब सरकार बन रही थी उस समय उप मुख्यमंत्री बनने की आपकी जो व्याकुलता थी, हम बताएं या फिर आप बताएंगे?

  • 9. आम चिंता मत कीजिए, 2024 का चुनाव भाजपा मुक्त भारत के नारे से भी जीतकर दिखाएंगे.

  • 10. अगर जानकारी नहीं है तो आरएसएस के अनिल ठाकुर जी से पूछ लीजिए कि 2020 का चुनाव आपके शिष्य कैसे जीते?

जान लिजिए सुशील मोदी का बयान

बता दें कि इससे पहले बीजेपी के वरीय नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर ललन सिंह पर निशाना साघते हुए कहा था कि ‘अमित शाह के विरुद्ध ललन सिंह का ओछा बयान केंद्रीय मंत्री न पाने की हताशा है. वे तीन बार भाजपा की कृपा से सांसद बने. राज्यपाल कोटे से एमएलसी बने और विधानसभा चुनाव कभी लड़े नहीं. गृहमंत्री शाह के कद के आगे क्षेत्रीय दल जदयू के अध्यक्ष की कोई औकात नहीं है.

ललन सिंह बीजेपी की कृपा से तीन पर सांसद बने

सुशील मोदी ने कहा, ललन सिंह तीन बार भाजपा की कृपा से एमपी बने. 2014 में अकेले लड़े तो एक लाख वोट से हार गए. ललन सिंह का जदयू में वही हश्र होगा जो जार्ज, शरद, आरसीपी सिंह का हुआ?, बीजेपी नेता ने आगे कहा कि ललन सिंह 9 अगस्त के पहले तक आईआरसीटीसी घोटाले में लालू परिवार की संलिप्तता के सबूत दे रहे थे और जांच में तेजी लाने के लिए सीबीआई के सम्पर्क में थे, लेकिन अब एनडीए तोड़ने में सीबीआई की भूमिका का अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी घोटाले में 28 सितम्बर को आरोप तय होने वाले हैं और तेजस्वी यादव की जमानत भी उनकी धमकियों के कारण रद्द हो सकती है.

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