जदयू और भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच आए दिन कुछ न कुछ बयानबाजी होती रही है. सियासी गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाये जाते रहे हैं. उसके बीच भी दोनों दलें गठबंधन में आगे बढ़ रही हैं और मीडिया को हमेसा ऑल इज वेल का ही संदेश दिया है. सियासी पंडित कयास लगाने का प्रयास तो करते हैं लेकिन इसमें सफल नहीं हो पाते हैं कि आगे चुनाव में दोनों दलें किस तरह ताल ठोकेंगी. वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है.
जदयू भाजपा के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी या फिर पार्टी भाजपा से मोह भंग कर लेगी. इसे लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अभी पार्टी का पूरा फोकस खुद को मजबूत बनाना है और हम उसी में जुटे हैं. जब तैयार हो जाएंगे तब जाकर गठबंधन और आगे साथ लड़ने की सोचेंगे. उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. जब होगी तभी तो चुनावी गठबंधन का पता चलेगा. कल क्या होगा, ये कौन जानता है. अभी ये काल्पनिक सवाल है. साथ में उन्होंने भाजपा से गठबंधन की बात को लेकर भी कहा कि हम उसे नकार नहीं रहे.
उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रदर्शन को लेकर भी ललन सिंह ने अपनी बात रखी. उन्होनें कहा कि पिछले चुनाव में जदयू को केवल 43 सीटें अगर मिली तो इसके पीछे षडयंत्र था. उन्होंने कहा कि ये कौन नहीं जानता कि तब क्या-क्या हुआ और कैसे हुआ. उस दौरान कइ तरह की परिस्थितियां पैदा हुई लेकिन पार्टी के जनाधार में कोई कमी नहीं थी. एक टीवी चैनल पर बात करते हुए ललन सिंह ने ये बातें कहीं.
ललन सिंह ने कहा कि पिछे पलटकर हम नहीं देखते. बिहार में सबसे बड़ी पार्टी जदयू हो. उनका लक्ष्य केवल यही है. वहीं भविष्य में राजद के साथ जाने के सवाल को ललन सिंह ने सिरे से नकार दिया. ललन सिंह के इन बयानों के बाद अब सियासी गरमी बढ़ गयी है.
Published By: Thakur Shaktilochan