Bihar Politics: केंद्रीय जांच एजेंसियों के द्वारा की जा रही कार्रवाई और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने का मामला देशभर में गरमाया हुआ है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज शनिवार को सीबीआई मुख्यालय में हाजिर हुए. वहीं राजद सांसद मीसा भारती को भी ईडी ने पूछताछ की. लालू परिवार जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले की जांच में उलझा हुआ है. वहीं ललन सिंह ने दोनों मामलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जमीन के बदले नौकरी घोटोले में उलझे लालू परिवार के बारे में कहा कि केंद्र सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने और उनपर दबाव डालने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. 14 राजनीतिक दलों ने एक साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. हम भी उसमें याचिकाकर्ता हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 5 अप्रैल को सुनवाई की तिथि तय की है. ये अघोषित इमरजेंसी है. संस्थाओं को ध्वस्त किया जा रहा है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ललन सिंह ने कहा कि जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामला कई साल पुराना है. 2014 में सीबीआई ने इस मामले की जांच को बंद कर दिया था. अचानक सीबीआई को कौन सा दिव्य ज्ञान आ गया जो ये फिर से शुरू हो गए. दरअसल जनता सबकुछ देख रही है और समय पर हिसाब भी जनता ही करेगी.
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राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के मामले पर बोलते हुए ललन सिंह बोले कि राहुल गांधी के संबंध में 24 घंटे के अंदर जिस प्रकार से फैसला लिया गया है उससे साफ लगता है कि केंद्र सरकार बेहद हताश है.लोकतंत्र की प्रक्रिया होती है, अदालत का फैसला चुनाव आयोग में जाता है. ये सारी प्रक्रिया जिस तरह महज 10 घंटे में कर दी गयी. इससे दिखाता है कि इसमें केंद्र सरकार की भूमिका है.
Published By: Thakur Shaktilochan