जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव कुमार उर्फ ललन सिंह ने भाजपा पर मंदिर-मस्जिद की राजनीति करने और धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र से भाजपा की विदाई तय है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का आसान डोल रहा है. एनडीए के सारे घटक दल के लोग छोड़ कर चले गये हैं. अकेले अगला लोकसभा चुनाव नहीं जीत सकते. अभी केवल 23 सीट के अंतर से सरकार है. आगामी लोकसभा चुनाव में उस कमी को दूर कर विदाई कर देनी है, ताकि एक बिहारी को मौका मिले. वे एमपीएस साइंस कॉलेज में शुक्रवार को श्रीकृष्ण सिंह जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे.
कार्यक्रम में अतिथियों ने श्रीबाबू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनकी कृतियों को नमन किया. बतौर मुख्य अतिथि जदयू अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद जब पहली बार कृष्ण सिंह मुख्यमंत्री बने, तो कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत की. समाज में छूताछूत का भेदभाव खत्म कराने के साथ जमींदारी प्रथा का उन्मूलन करने के साथ ही कई करखाने लगवाये. उनके काम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगे बढ़ा रहे हैं. भाजपा पर हमलावर जदयू अध्यक्ष ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में रामसूरत राय को मंत्री बनाने के लिए सुरेश शर्मा को हरा दिया गया. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव व नित्यानंद राय को जिम्मेदार ठहराया.
ललन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि जदयू और राजद का गठबंधन आजीवन जारी रहेगा. इसको लेकर लोगों में जो भ्रम फैलाया जा रहा है, उससे संगठन कमजोर होने वाली नहीं है. यह टूटने वाला नहीं है. भाजपा का इस बार बिहार और बंगाल से सूपड़ा साफ हो जायेगा. उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे को भी उठाया. कहा कि कोई इस पर बात नहीं कर रहा है. 2024 के लिए भाजपा के पास कोई बेसिक मुद्दा नहीं रह गया है. जनता सब समझ गयी है और अगले लोकसभा चुनाव में सबक सिखायेगी.
बिहार सरकार के सूचना प्रसारण व जल संसाधन मंत्री संजय झा ने श्री बाबू को विकास पुरुष बताते हुए उनके योगदान पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में ही बिहार में आधारभूत संरचना का विकास हुआ. देश की आजादी के बाद बिहार में कोई सिस्टम नहीं था. श्री बाबू ने एक सिस्टम तैयार किया. रोजगार के लिए साधन उपलब्ध कराये. आज देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. केंद्र सरकार आम जनता पर महंगाई थोप रही है. डाॅलर के बदले रुपये में गिरावट आ रही है.