राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मंगलवार की सुबह बारिश के बीच पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटा वन पर्यावरण व जलवायु विभाग के मंत्री तेज प्रताप यादव के साथ बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे पहुंचे.
जहां मां सिंहासनी का वैदिक मंत्रों के बीच पूजा -अर्चना की. मां को नारियल, चुनरी चढ़ाने के बाद परिक्रमा कर शक्ति, सुख, आरोग्य, शांति व समृद्धि की याचना की. 2024 में लोक सभा चुनाव में इंडिया के भारी जीत की कामना भी की.
इस दौरान मंदिर के प्रशासनिक पुजारी पं हरेंद्र पांडेय व मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय ने लालू प्रसाद की पूजा कराने के बाद उनके हाथों में कलेवा बांधी. उसके बाद लालू अपने स्पेशल बस से मीरगंज पहुंचे. जहां अपने मां मरछिया देवी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी.
उसके बाद फुलवरिया पहुंचे. जहां पंच मंदिर में जाकर महादेव का जलाभिषेक किये. मां दुर्गा व अन्य देवी देवताओं की विधिवत पूजा की. मंदिर परिसर में दो पौधा लगाकर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प भी ग्रामीणों को दिलाया. उसके बाद अपने घर पहुंचे.
सात साल बाद घर पहुंचे कर अपने कुलदेवी की पूजा की. इस दौरान गांव में उत्सव जैसा माहौल बना रहा. सात साल बाद आये लालू प्रसाद को देखने के लिए कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों की भारी भीड लगी रही. अपने परिचितों को बुला-बुला कर हालचाल पूछा. गांव में सभी लोगाें को एक जुट रहने की सलाह भी दी.
इस दौरान तेज प्रताप भी अपने माता- पिता के साथ रहे. उन्होंने भी पूरे भक्ति भाव से मां भगवती की पूजा की.
इस दौरान हथुआ एसडीपीओ सेवा में जुट दिखे. एसडीपीओ अनुराग कुमार थावे मंदिर पहुंचकर लालू प्रसाद बारिश में भिंगे नहीं इसके लिए छाता लेकर उनका बचाव करते दिखे. मीरगंज के मरछिया देवी चौक से लेकर फुलवरिया तक छाता लगाये रहे. जो चर्चा का विषय बना रहा.