तीन साल बाद 20 को बिहार लौट रहे लालू प्रसाद, उपचुनाव में मांगेंगे वोट
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 20 अक्टूबर को बिहार आ रहे हैं. जेल से रिहा होने के बाद इस तारीख का इंतजार पूरे बिहार को था. करीब 3 साल के बाद लालू प्रसाद बिहार वापस आ रहे हैं.
पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 20 अक्टूबर को बिहार आ रहे हैं. जेल से रिहा होने के बाद इस तारीख का इंतजार पूरे बिहार को था. करीब 3 साल के बाद लालू प्रसाद बिहार वापस आ रहे हैं. शुक्रवार को राजद विधायक दल की बैठक के बाद भाई बीरेंद्र ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव 20 अक्टूबर को पटना आएंगे. पटना आने के बाद लालू प्रसाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. सबकुछ ठीक रहा तो वो विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में प्रचार करने के लिए भी जसयेंगे.
कुशेश्वर स्थान और तारापुर में उनकी सभा हो सकती है. राष्ट्रीय जनता दल ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची में पहले ही लालू प्रसाद का नाम शामिल कर रखा है. ऐसे में माना जा रहा है कि लालू इस बार जनता से वोट मांगने भी जाएंगे. लालू यादव के पटना आने की खबर आने के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी भी बढ़ने लगी है.
इधर, आज हुई विधायक दल की बैठक में तेजप्रताप यादव शामिल नहीं हुए. उनकी अनुपस्थिति पर पार्टी विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि एक एमएलए के तौर पर तेज प्रताप को बैठक में शामिल होना चाहिए था.
भाई बीरेंद्र ने लगे हाथ यह भी कह डाला कि बैठक के दौरान पार्टी की ओर से दी गई जिम्मेदारियों को निभाना विधायकों कर्तव्य है. फिर चाहे वो कोई भी क्यों न हो. विधायक दल की बैठक को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी संबोधित किया.
तेज प्रताप को लेकर राजद अब तक खुल कर कुछ नहीं बोल रहा है. सभी को लालू प्रसाद का ही इंतजार है. वैसे तेजप्रताप राजद के कार्यक्रमों से ही गायब नहीं है बल्कि बिहार में विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में तेज प्रताप को स्टार प्रचारक तक का दर्जा नहीं दिया गया है.
इससे राजनीतिक तकरार और बढ़ने की संभावना है. कल कांग्रेस नेता से मुलाकात और आज पशुपति कुमार पारस के साथ तेज प्रताप को देखने के बाद यह साफ होता जा रहा है कि लालू के बड़े बेटे ने अपनी राह अलग कर ली है.
Posted by Ashish Jha