नीतीश कुमार से सीएम हाउस जाकर मिले लालू यादव और तेजस्वी, जानिए तीनों के बीच क्या हुई बातचीत..
बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मिलने लालू यादव अपने बेटे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. तीनों नेताओं के बीच बातचीत हो रही है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर यह मुलाकात हुई है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने के लिए शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव अपने पुत्र सह बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सीएम हाउस पहुंचे. बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गर्मी बढ़ी हुई है. विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग की कवायद जारी है. राजद और जदयू के प्रमुख नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है. तीनाें नेताओं की मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बयान दिए हैं. उन्होंने सीट शेयरिंग से लेकर इंडिया गठबंधन की एकजुटता पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सीएम हाउस पहुंचे लालू और तेजस्वी
शुक्रवार को राजद प्रमुख लालू यादव अपने बेटे सह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ अचानक पटना के 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए. जहां सीएम नीतीश कुमार से दोनों की मुलाकात हुई है. तीनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है. हालांकि इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर ये मुलाकात हुई होगी. आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिहार में 40 सीटों का बंटवारा होना है. राजद, जदयू, कांग्रेस और वामदलों के बीच इन सीटों का बंटवारा होना है.
मुलाकात के बाद बोले तेजस्वी यादव..
वहीं इस मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ये सामान्य मुलाकात थी. काम को लेकर बातचीत होती रहती है. इसमें कुछ खास नहीं है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और भाजपा को किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए. सीट शेयरिंग काे लेकर उन्होंने कहा कि क्या एनडीए में सबकुछ तय हो गया? इंडिया गठबंधन में भी बात चल रही है और सबकुछ जल्द ही तय हाे जाएगा.
बिहार में 40 सीटों पर मुकाबला, जदयू का 17 पर दावा..
मुख्यमंत्री आवास में 15 मिनट से अधिक समय तक तीनों के बीच बातचीत का दौर चल चुका है. लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार का सियासी माहौल अब गरमाने लगा है. इस बीच राजद और जदयू दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बता दें कि नीतीश कुमार अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं और पार्टी से जुड़े तमाम आधिकारिक फैसले अब वो खुद लेंगे. बिहार में 40 सीटों का बंटवारा होना है. इस बीच जदयू नेताओं ने 17 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है. उन्होंने साफ बयान दिया है कि जिन 16 सीटों पर एनडीए में रहकर उन्हें जीत हासिल हुई थी उन सीटों को वो अपने ही पास रखेंगे. जबकि एक सीट जहां दूसरे नंबर पर जदयू रही है वो भी अपने खाते में रखेगी. 16 सीटिंग सीट पर जदयू ने ठोस तरीके से दावा ठोका है.
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सीट बंटवारे को लेकर आए बयान
नीतीश कुमार समेत जदयू कुनबे की मांग है कि बिहार में सीटों का बंटवारा जल्द हो जाए. चुनाव नजदीक होने का हवाला देते हुए खुद सीएम नीतीश कुमार ने भी सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर नाराजगी जतायी थी. वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव से जब मीडिया ने इसे लेकर सवाल किए थे तो उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में ये तय नहीं होता है. समय पर सबकुछ तय हो जाएगा. सीट बंटवारे में समय लगता है.
कांग्रेस नेताओं ने भी की है मुलाकात
वहीं खरमास खत्म होते ही कांग्रेस की ओर से भी गतिविधि तेज की गयी है. पिछले दिनों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह व विधायक दल के नेता शकील अहमद खान सीएम आवास पहुंचे थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की थी. सीएम आवास से निकलकर दोनों कांग्रेस नेता राबड़ी आवास पहुंचे थे जहां राजद प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव से उनकी बातचीत हुई थी. इन मुलाकातों को सीट शेयरिंग से जोड़कर ही देखा जा रहा है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है. उसी क्रम में ये मुलाकात हो रहे हैं. बताते चलें कि वामदलों के नेताओं ने भी पूर्व में जदयू व राजद नेताओं से मुलाकात की है.
सीट बंटवारे पर मंथन
जदयू की ओर से पूर्व में यह बयान दिया गया है कि वो 17 सीटों पर दावेदारी पेश कर रहे हैं. जिनमें 16 सीटिंग सीट हर हाल वो अपने पास रखेगी. जेडीयू नेताओं ने कहा है कि बातचीत कांग्रेस, राजद व वामदलों के बीच बांकि के सीटों के बंटवारे को लेकर होगी. बता दें कि पिछले चुनाव में केवल एक सीट बिहार में तत्कालीन विपक्ष को मिला था. किशनगंज से कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. जबकि राजद को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.