पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का ससुराल एक बार फिर चर्चा में है. लालू यादव के साले और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामा पूर्व सांसद सुभाष यादव पर जबरदस्ती जमीन लिखवाने के साथ रंगदारी और धोखाधड़ी के जैसे संगीन आरोप लगे हैं. इस संबंध में पटना के बिहटा थाने में सुभाष यादव, उनकी पत्नी और बेटे समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बिहटा थाने की पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. पूरा मामला सात कट्ठा जमीन से जुड़ा है.
मामले के संबंध में बताया जाता है कि नेउरा ओपी के बेला पंचायत निवासी भीम वर्मा ने लालू यादव के साले सुभाष यादव समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी और अपहरण की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए बिहटा थाने में केस दर्ज कराया है. पीड़ित भीम वर्मा ने सुभाष यादव समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए मुख्यमंत्री के जनता दरबार में गुहार लगायी थी. सीएम के निर्देश पर अब बिहटा पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार मामला 27 फरवरी 2021 का है. पीड़ित नेउरा थाना भीम वर्मा, पिता सुरेश वर्मा ने प्राथमिकी में बताया कि मैंने गांव के ही अरूण कुमार से तीन महीने के लिए जमीन का एग्रीमेंट किया था, पर अरूण सिंह ने जमीन के पैसे नहीं दिए और एग्रीमेन्ट पेपर भी नहीं दिया. इसके बाद पूर्व राज्य सभा सांसद सुभाष प्रसाद यादव की पत्नी रेणु दवी को 96 लाख में जमीन रजिस्ट्री कर दिया. भीम वर्मा ने आरोप लगाया कि जमीन रजिस्ट्री कराने से पहले सुभाष यादव को बताया गया था कि जमीन को लेकर पहले से अरूण कुमार से एग्रीमेन्ट है, तो सुभाष प्रसाद यादव बोलें कि फिर भी जमीन हम ले लेंगे.
भीम वर्मा ने आरोप लगाया है कि जमीन रजिस्ट्री होने के अगले दिन सुभाष कुमार ने मुझे मेरी मां और भाई के साथ अपने घर बुलाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सुभाष यादव ने मां और भाई को बंधक बनाकर मुझसे साठ लाख पचास हजार मंगवाए. जब मैंने लिखित में मांगा तो उन्होंने गोली मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं उन्होंने धमकाया कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो तुम्हारी हत्या करवा देंगे. पैसा भी वापस ले लिया और अब जमीन भी नहीं लौटा रहे हैं.