लालू यादव ने ‘RJD सुप्रीमो’ पद के लिए दिल्ली कार्यालय में किया नामांकन,12वीं बार बनेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष
राजद में पार्टी के सुप्रीमो का चुनाव होने जा रहा है. राजद के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने आज नामांकन किया.12वीं बार ऐसा होगा जब वे पार्टी की कमान थामेंगे.
पटना. राजद में पार्टी के सुप्रीमो का चुनाव होने जा रहा है. राजद के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने आज नामांकन किया. हालांकि यह तय हो चुका है कि लालू यादव(Lalu Yadav) ही फिर एकबार राजद के सुप्रीमो (Rjd National President) बनेंगे. 12वीं बार ऐसा होगा जब वे पार्टी की कमान थामेंगे. पार्टी के गठन से लेकर अबतक केवल लालू यादव ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहे हैं.
लालू यादव ने किया नामांकन
नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय में आरजेडी अध्यक्ष पद के लिए लालू यादव ने आज नामांकन (RJD Presidential Election) किया है. लालू के अलावे कोई अन्य नेता इस पद के लिए नामांकन नहीं करेंगे. ऐसे में उनकी जीत तय है. हालांकि 10 अक्टूबर को लालू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की विधिवत घोषणा की जाएगी और प्रमाण पत्र मिलेगा. वहीं, इस दौरान आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राज्यसभा सांसद मीसा भारती, कांति सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव समेत कई बड़े नेता मौजूद थे.
लालू यादव 12वीं बार बनेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष
बता दें कि लालू यादव 12वीं बार पार्टी के सुप्रीमो बनाए जाएंगे. राजद की स्थापना 1977 को हुई थी और तब से इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ही रहे हैं. दरअसल, शुरू से ही लालू यादव के नेतृत्व में ही राजद चली है. लालू यादव की लोकप्रियता बिहार में लोगों के बीच है और उनके समर्थक आज भी भावनात्मक रूप से लालू यादव से जुड़े रहते हैं. जहां किसी भी राजनीतिक दल में उथलपुथल मची रहती है, ऐसा ही कुछ जब राजद में हुआ तो लालू यादव ही वो शख्स रहे जिसके नाम पर पार्टी का अंर्तकलह दबता रहा. लालू यादव राजद में सर्वमान्य चेहरा रहे हैं.
तेजस्वी संगठन की बड़ी जिम्मेदारी से अभी दूर
वहीं, लालू यादव के कारण कार्यकर्ता एकजुट रहते हैं. पार्टी में बगावती सुर नहीं उठते और उठते हैं तो उसे लालू यादव फौरन सही कर लेते हैं. जहां तेजस्वी यादव के हाथों में उन्होंने कमान सौंपी है और अब राजद के चेहरे के रूप में वो खड़े हुए हैं. वहीं सरकार में उपमुख्यमंत्री व अन्य मंत्रालय थामे तेजस्वी को लालू यादव अभी संगठन की बड़ी जिम्मेदारी से दूर रखकर सरकार पर ध्यान केंद्रित कराना चाहेंगे. लालू यादव की सेहत भी अभी पहले से काफी बेहतर है और वो राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं.