पटना. किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद पहली बार पटना आये राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने बुधवार को राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर पार्टी के मंत्री व विधायकों से मुलाकात की. 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर उन्होंने दोपहर के भोजन पर राजद के पार्टी पदाधिकारी, सभी विधायकों एवं मंत्रियों को आमंत्रित किया और सभी से अनौपचारिक मुलाकात की. उन्होंने भोज के बहाने पार्टी और पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का मन टटोला. लालू प्रसाद खुद खाने की टेबल पर पहुंचे. पार्टी पदाधिकारियों से पूछा कि आप लोग कैसे हो? (कईसन बाड़न सब). सियासी जानकार इसे लंच पॉलिटिक्स करार दे रहे हैं. लालू ने पार्टी नेताओं व विधायकों से कहा कि पटना छोड़िए, अधिक- से- अधिक समय क्षेत्र में रहिए. साथ ही गरीबों की झोंपड़ियों में जाकर उनके साथ समय बिताने की नसीहत भी दी.
भोज के दौरान लालू प्रसाद ने पार्टी प्रतिनिधियों से दो से तीन मिनट तक बातचीत की. किसी ने कहा कि आप भी खा लीं, तो उन्होंने बड़ी आत्मीयता से जवाब दिया कि हम अभिये खइनी हां, तोहनी लोग खा. इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवानंद तिवारी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, श्याम रजक, भोला यादव और मौजूद मंत्रियों के साथ बैठकर काफी चर्चा की.
जानकारों के मुताबिक बातों ही बातों में उन्होंने वर्ष 2024 और 2025 के चुनावों को लेकर रणनीतिकारों का मन टटोला. सियासी जानकारों ने बताया कि उन्होंने अपनी कवायदों से पार्टी पदाधिकारियों को संदेश दे दिया कि पार्टी की एकजुटता अहम है. इससे किसी भी कीमत पर समझौता संभव नहीं है.
मंत्री तेज प्रताप यादव ने इस भोज का महत्व बताते हुए टिप्पणी की कि लोग अपने भगवान के दर्शन करने आये हैं. शाकाहारी और मांसाहारी दोनों भोजन था. कुछ जनप्रतिनिधियों की कसक रही कि मांसाहारी की तुलना में शाकाहारी डिशें कम रहीं.
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वरिष्ठ नेता शिवानंद ने कहा कि मछली स्वादिष्ट थी,लेकिन लंच से पहले लालू प्रसाद ने हमारे साथ सतुआ भी खाया. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अपनी अस्वस्थता के चलते नहीं आये. विधायक सुधाकर सिंह और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी पटना से बाहर होने की वजह से भोज में नहीं आ सके.