पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी शायद यह अंदाजा नहीं था कि लालू प्रसाद उन्हें अपने बेटों की जिम्मेदारी सौंपनेवाले हैं. लालू प्रसाद के पटना पहुंचने की खबर मिलते ही नीतीश कुमार उनसे मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद को गुलाब का फूल दिया. दोनों नेताओं के बीच माहौल कभी ठहाकों से भरा रहा तो कभी भावुक भी हुआ.
सेहत पर चिंता व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद ने दोनों बेटों की ओर देखते हुए नीतीश कुमार से अपने खास भोजपुरी लहजे में कहा कि अब आप कहीं मत जाइये, आप ही इन सबके अभिभावक हैं, सबको साथ लेकर चलना है. लालू यादव ने भोजपुरी कहा-‘अब ऐने-ओने मत जईह, तुही सबके गार्जियन बाड़अ, सबके साथ ले के चले के बा.’
इससे पूर्व जैसे ही राबड़ी आवास पर यह खबर आयी कि मुख्यमंत्री आ रहे हैं, तेजस्वी यादव दरबाजे की ओर निकले. उन्होंने नीतीश कुमार का स्वागत किया. तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को लेकर उस कमरे में पहुंचे, जहां लालू प्रसाद यादव अपने परिवार के साथ थे. वहां राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजप्रताप यादव भी मौजूद थे.
सूत्रों की माने तो नीतीश के कमरे में घुसने के बाद लालू खड़े हो गये. नीतीश कुमार हाथों में गुलाब का फूल लिये थे. उन्होंने लालू प्रसाद यादव को गुलाब का फूल दिया और फिर पूछा-अब कैसी तबीयत है आपकी. लालू अपने अंदाज में थे. उन्होंने जवाब दिया- पहले से ठीक है, अब सब ठीक हो जायेगा. इसके बाद अपने बेटों की ओर दिखाते हुए लालू ने नीतीश कुमार को भोजपुरी में समझाया- ‘अब ऐने ओने मत जईह. तुहीं गार्जियन बाड़ अ. सबके साथ ले के चले के बा.’ लालू यादव ने नीतीश के सामने तेजस्वी यादव को भी समझाया-ई तुम्हारे गार्जियन हैं, इनका बात मानना है.
लालू प्रसाद ने नीतीश औऱ तेजस्वी दोनों को समझाया कि डवलपमेंट पर पूरा ध्यान देना है. अभी से ही ऐसी तैयारी करनी है कि 2024 में बीजेपी को बिहार से साफ कर देना है. लालू यादव औऱ नीतीश कुमार में कुछ देर राजनीतिक चर्चा हुई. बिहार में सरकार कैसे चलेगी इस पर बात हुई. विधि मंत्री कार्तिक सिंह को लेकर भी कुछ देर बातें हुई.
लालू-नीतीश की बातचीत के दौरान तेजस्वी ज्यादातर खामोश ही रहे लेकिन तेजप्रताप यादव बीच-बीच में बोलते दिखे. आधे घंटे से ज्यादा की मुलाकात के बाद जब नीतीश वापस लौटने लगे तो लालू ने फिर धीमी आवाज में उनसे कुछ बातें की. फिर तेजस्वी, तेजप्रताप और मीसा भारती उन्हें गाड़ी तक छोड़ने आये.