राजद सुप्रीमो लालू यादव पहुंचे देवघर, पत्नी राबड़ी देवी के साथ भोलेनाथ के दरबार में लगाएंगे हाजिरी
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रविवार को पत्नी राबड़ी देवी के साथ देवघर के लिए रवाना हो गए. सोमवार को देवघर में लालू यादव और राबड़ी देवी बाबा मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाएंगे. इसके साथ ही देवघर में लालू प्रसाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे.
पटना. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर से ब्राहमणों के ऊपर दिये विवादित बयान के बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रविवार को पत्नी राबड़ी देवी के साथ देवघर के लिए रवाना हो गए. वो दोपहर बाद देवघर पहुंचे. सोमवार को देवघर में लालू यादव और राबड़ी देवी बाबा मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाएंगे. इसके साथ ही देवघर में लालू प्रसाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे. इस बीच, सियासी गलियारे में यह सवाल भी उठ रहा है कि एक ओर उनकी पार्टी और गठबंधन के नेता सनातन धर्म और ब्राहमणों पर लगातार हमले कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लालू यादव इन दिनों पूजा पाठ पर विशेष जोर दे रहे हैं.
गांव से मुंबई तक के मंदिरों में लालू ने टेका माथा
लालू प्रसाद यादव हाल के कुछ दिनों से पूजा-पाठ पर विशेष जोर दे रहे हैं. लालू ने इसकी शुरूआत अपने गृह जिले गोपालगंज से शुरू की थी. लालू प्रसाद पिछले दिनों अपने गृह जिला गोपालगंज पहुंचे थे, जहां वे राबड़ी देवी और अपने मंत्री बेटे तेजप्रताप यादव के साथ थाने भवनी के मंदिर पहुंचे थे और वहां पूजा अर्चना करने के बाद अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे थे. पैतृक गांव में पहुंचते ही लालू सबसे पहले मंदिर पहुंचे थे. अपने मुंबई प्रवास के दौरान भी लालू यादव सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे थे और वहां तेजस्वी और मीसा भारती के साथ पूजा अर्चना की थी. इसके बाद पटना पहुंचने के बाद अचानक हरिहर नाथ मंदिर पहुंच गए और वहां पूजा अर्चना की. जन्माष्टमी के मौके पर लालू इस्कॉन मंदिर पहुंचे थे और वहां भी उन्होंने पूजा अर्चना की थी. अब लालू भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए देवघर रवाना हुए हैं.
सनातन को लेकर गठबंधन में आयी दरार
दूसरी ओर विपक्षी दल के नेताओं की तरफ से हिंदू धर्म के खिलाफ बयानबाजी से देश की सियासत गर्म है. विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद विपक्ष के विभिन्न दलों के नेता सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं. तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांग खरगे ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया. खरगे के बाद डीएमके के नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना संक्रमित बीमारी से कर दी. गठबंधन के नेताओं के सनातन धर्म के खिलाफ जारी बयानों के बाद देश में एक नयी बहस शुरू हो गयी. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बयानों से खुद को और पार्टी को अलग कर लिया.
सुप्रीमो मंदिर में, पार्टी नेता के निशाने पर भगवान
इसबीच, लालू यादव की पार्टी के ही प्रदेश अध्यक्ष ने विवादित बयान देते हुए ब्राह्मणों पर निशाना साधा. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि टीका लगाकर चलनेवालों के कारण ही हमारा देश गुलाम हुआ. जगदानंद सिंह के बाद आरजेडी कोटे से मंत्री बने चंद्रशेखर ने जन्माष्टमी के मंच से इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद साहब को मर्यादा पुरुषोत्तम की उपाधि दे दी. चंद्रशेखर इससे पहले रामचरितमानस की आलोचना कर चुके हैं और उसे भेदभाव बढ़ानेवाला ग्रंथ बता चुके हैं. अब उनके इस नये बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है. एक तरफ लालू प्रसाद अपनी पत्नी के साथ मंदिर-मंदिर घूमकर मत्था टेक रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के नेता सनातन धर्म को लेकर जहर उगल रहे हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि लालू एक सोची समझी रणनीति के तहत विभिन्न मंदिरों में घूम घूमकर पूजा अर्चना कर रहे हैं.